पाली. जिले में मानसून ने भले ही देरी से दस्तक दी हो लेकिन, अब मानसून अपने पूरे चरम पर है. मंगलवार रात से ही पाली में बारिश का दौर जारी है. इसके चलते जिले में अब मानसून की औसत बारिश की 78 प्रतिशत बारिश हो चुकी है. वहीं अभी भी कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है.
पाली के कई बांधों में पानी की आवक शुरू भी हो गई है. पाली के सबसे बड़े पेयजल स्रोत जवाई बांध की बात करें तो उसका गेज 34.5 फिट हो चुका है. जिसके बाद जवाई बांध में 1 साल तक हलक तर करने का पानी आ चुका है.
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पाली जिला मुख्यालय पर जल संसाधन विभाग की ओर से कंट्रोल रूम की आंकड़ों की बात करें तो जिले में बुधवार दोपहर तक पाली ब्लॉक में 1 एमएम, रोहित में 2 एमएम, बाली में 4 एमएम, देसूरी में 4 एमएम, मारवाड़ जंक्शन में 3 एमएम, जैतारण में 2 एमएम, रानी में 5 एमएम व सुमेरपुर में 4 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
पाली में बांधों की स्थिति की बात करें तो पानी में से सादड़ी का नरवानिया बांध ओवरफ्लो होकर छलक गया है. वहीं, बुधवार सुबह तखतगढ़ बांध भी ओवरफ्लो होकर छलक चुका है. पानी के सबसे बड़े जवाई बांध का गेज 34.5 फिट हो चुका है. जवाई बांध में अब पानी 2359.9 एमसीएफटी हो चुका है.