सुमेरपुर (पाली). मंगलवार को उपखंड कार्यालय में एसडीएम राजेन्द्रसिंह सिसोदिया के सान्निध्य में गोशाला समिति की बैठक आयोजित हुई. जिसमें बताया गया कि क्षेत्र में संचालित सरकारी अनुदान प्राप्त गोशालाओं को, उनकी कुल क्षमता का कम से कम 10 प्रतिशत बेसहारा और लावारिस गोवंशों को रखना स्वीकार करना होगा.
वहीं ऐसा न करने पर प्रथम बार मना करने पर एक माह का अनुदान, दूसरी बार मना करने पर तीन माह और तीसरी बार मना करने पर उस गोशाला को आगामी एक वर्ष तक सरकारी अनुदान राशि से वंचित करने की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा. साथ ही पकड़े गए बेसहारा पशुओं को उनके मालिकों की ओर से वापस लेने पर, पालिका और पंचायत अपने-अपने स्तर पर तय राशि वसूलेंगी.
एसडीएम सिसोदिया ने बताया कि शहरी क्षेत्र स्थित गोशालाओं में दस प्रतिशत बेसहारा गोवंश को नगर पालिका अपने स्तर पर पकड़कर गोशालाओं को उपलब्ध करवाए. जबकि ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत समितियों की ओर से गोशालाओं में लावारिस और बेसहारा गोवंश उपलब्ध करवाई जाएंगी.
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गोशाला समिति पदाधिकारियों ने बताया कि गोशालाओ में सरकारी अनुदान एक वर्ष में सिर्फ 6 माह के लिए ही दिया जाता है. वो भी बछ़ड़ो के लिए 20 और गाय-बैल के लिए 40 रुपए दिया जाता है. यह राशि पर्याप्त नहीं है. एक गोवंश पर एक माह में इससे अधिक खर्चा आता है. उन्होंने प्रति गोवंश अनुदान राशि बढ़ाने के साथ-साथ वर्षभर में 9 माह अनुदान राशि दिलवाने की मांग रखी.
इन गोशालाओं को लेने होंगे इतने बेसहारा गोवंश
गोशाला | पशु |
श्रीराम गोशाला सेवा समिति, कोलीवाड़ा | 105 |
श्री जैन श्वेतांबर पांजरापोल गोशाला, तखतगढ़ | 55 |
कबीर गोशाला, बांकली | 36 |
श्री बांकली महावीर गोशाला समिति, बांकली | 36 |
नंदीश्वर गोशाला, नोवी | 39 |
हेल्पलेस एनीमल लाइफ प्रोजेक्ट, जवाई बांध | 35 |
गोपाल गोवंश कल्याणकारी गोशाला, नेतरा | 78 |
आाशापुरा गौ संवर्धन समिति, नेतरा | 42 |
बामनेरा गोरक्ष चेरिटेबल ट्रस्ट, बामनेरा | 36 |
गौरीशंकर गोशाला सेवा समिति, दुजाना | 27 |
निंबोरानाथ महादेव गोशाला समिति, सांडेराव | 30 |
श्री गोकुल गोसेवा संस्थान, पावा | 27 |
श्री ठाकरनाथ गोसेवा समिति, बाबा गांव | 21 |
वहीं सुमेरपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित गोशालाओं को उनकी क्षमता का दस प्रतिशत बेसहारा गोवंश लेना होगा. इस हिसाब से कुल 567 गोवंश इन गोशालाओं को दिया जाएगा. शहरी क्षेत्र में सुमेरपुर और तखतगढ़ में संचालित गोशालाओं में 160 बेसहारा गोवंश लेना होगा. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में संचालित गोशालाओं को 407 बेसहारा गोवंश को लेना अनिवार्य है.
दूसरी ओर कामधेनु पुत्र 36 कौम गोशाला सेवा समिति ने गोशाला संचालन में आ रही समस्याओं को लेकर एसडीएम के समक्ष मांग रखी. समिति ने बताया कि कामधेनु गोशाला में करीब 900 गोवंश मौजूद हैं. नगर पालिका की ओर से बेसहारा गोवंश को पकड़वाकर गोशाला को सुपुर्द किया जा रहा है. लेकिन पशुओं के पालन के लिए चारे-पानी की व्यवस्था नहीं हो रही है. उन्होंने एसडीम से गोशाला में चारे की पर्याप्त व्यवस्था करवाने, पीने के पानी के पर्याप्त व्यवस्था करवाने, गोशाला में चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने और नंदी गोशाला के लिए अतिशीघ्र भूमि उपलब्ध करवाने की मांग की. जिससे कामधेनू गोशाला के नंदियों को उसमें शिफट किया जा सके.