पाली. कोरोना काल के दरम्यान आयुर्वेद की तरफ लोगों का झुकाव काफी बढ़ता जा रहा है. कई आयुर्वेदिक औषधियां है जिन्हें लोग अब अपने बाग-बगीचों में लगाना शुरू कर चुके हैं. ऐसे में सरकार की ओर से भी इन लोगों की सेहत को सुधारने के लिए आयुर्वेद औषधियों में शामिल तुलसी, नीम, गिलोय व अश्वगंधा जैसी औषधियों के पौधे लोगों को आसानी से उपलब्ध करवाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसकी जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है.
वन विभाग की ओर से जिले की 11 नर्सरी में करीब 2 लाख पौधे तैयार किए गए हैं. इन पौधों को 30 जून से वन विभाग पाली में चिन्हित किए गए दो लाख परिवारों को बांटेगा. प्रत्येक परिवार को 5 औषधीय पौधे दिए जाएंगे.
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वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पाली जिले में अलग-अलग 11 नर्सरी में इन औषधीय पौधों को तैयार किया गया है. वन विभाग को जिले में 4 लाख 85 हजार परिवारों को इन औषधीय पौधों को देने का लक्ष्य दिया गया है. पहले चरण में वन विभाग की ओर से 2 लाख परिवारों को औषधीय पौधे दिए जाएंगे.
इन औषधीय पौधों को करीब 2 फीट तक बढ़ाकर वन विभाग लोगों को वितरित करेगा, ताकि इन पौधों को घरों में सहेजना आसान हो सकेगा. वन विभाग का कहना है कि वन विभाग की ओर से चिन्हित किए गए परिवारों के अलावा अन्य लोग भी इन औषधीय पौधों को वन विभाग की नर्सरी से प्राप्त कर सकेंगे.