बाली (पाली). पाली जिले के फालना थाने में कार्यरत कांस्टेबल बीरबलराम यादव ने अपने दो बेटों की शादी में दहेज और 11 लाख रुपए का टीका ठुकराया. शादी के बाद थाना लौट कर गरीब बच्चों को मिठाई भी बांटी. कांस्टेबल अपने साथ गांव से 2 क्विंटल मिठाई जीप में डालकर लाए थे. मिठाइयों में देसी घी से बने लड्डू और बेसन की चक्की थी. उन्होंने यह मिठाई फालना समेत आसपास के गांवों में रहने वाले बच्चों और गरीब परिवारों को बांटी.
सीकर के तेजा वाली ढाणी निवासी कांस्टेबल के बेटे वीडीओ पुष्पेंद्र यादव और बीटेक अध्ययनरत विकास यादव की शादी सगी बहनें अध्यापिका बबलू देवी और रूपेश देवी के साथ हुई है. जब दोनों बहू घर आईं तो बीरबल की मां यानी बहुओं की दादी सास नाथी देवी पत्नी सुगनाराम यादव ने दोनों को मुंह दिखाई की रस्म में 11 लाख रुपए की कार की चाबी सौंपी.
मिठाई वितरण के दौरान मौजूद अमित मेहता, सुधांशु गुर्जर, सुरेश राजपुरोहित, नरेश माली, नेमाराम माली, केसाराम गोयल, गुरुदयाल जाट, प्रकाश राजपुरोहित, गजेन्द्र देवासी, जसवंत सिंह ने बीरबल यादव की दहेज नहीं लेने की पहल की सराहना की.
कांस्टेबल बीरबलराम यादव ने बताया, कि देश में सबसे बड़ी समस्या दहेज की है. इसलिए उन्होंने बेटों की शादी में एक पैसा भी दहेज नहीं लेने का फैसला लिया. बहुओं को मां के हाथ से गाड़ी दिलाई. देश और समाज में यह संदेश जाना चाहिए, कि 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ और कोई दहेज न ले'.