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निकाय चुनाव 2019: पाली में बागी बिगाड़ सकते हैं भाजपा का 'खेल', तो पार्टी ने बनाया ये एक्शन प्लान

निकाय चुनाव को लेकर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सामने 'बागी' एक कड़ी चुनौती बने हुए हैं. ऐसे में पाली और सुमेरपुर दोनों ही जगह निकाय चुनाव में भाजपा से नाराज कार्यकर्ताओं ने बतौर बागी चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक रखी है.

पाली न्यूज, pali news, निकाय चुनाव 2019, elections
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Published : Nov 12, 2019, 12:29 PM IST

पाली. निकाय चुनाव को लेकर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सामने 'बागी' एक कड़ी चुनौती बनकर सामने आ चुके हैं. ऐसे में नामांकन वापस लेने की अंतिम दिनांक को कांग्रेस की ओर से कई बागी प्रत्याशियों के नामांकन वापस दिलवाए गए, लेकिन भाजपा की ओर से बागियों को मझधार में लाने का प्रयास सफल नहीं हो पाया.

बागी' प्रत्याशी को ट्रैक पर लाने के लिए भाजपा का एक्शन प्लान

नाममात्र के कार्यकर्ताओं को ही भाजपा के पदाधिकारी नामांकन वापस लेने के लिए मना पाए. ऐसे में पाली और सुमेरपुर दोनों ही जगह निकाय चुनाव में भाजपा से नाराज कार्यकर्ताओं ने बतौर बागी चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक रखी है. वहीं पार्टी के आला पदाधिकारियों को लगातार अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं.

पढ़ेंः अयोध्या फैसले पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने वाले 19 लोग गिरफ्तार

ऐसे में भाजपा के आला पदाधिकारियों द्वारा पार्टी से नाराज होकर और बाकी मैदान में उतरे कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करने के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है. इसके तहत भाजपा की ओर से उनके प्रत्याशियों के सामने उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं को मना कर अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान मांगने के लिए राजी किया जा रहा है.

वहीं भाजपा की बात करें तो भाजपा शहर के 65 वार्डों में से 63 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के लिए चुनावी वोट मांग रही है. बता दें कि भाजपा को वार्ड नंबर 35 से कोई प्रत्याशी नहीं मिल पाया था. जिसके चलते यह वार्ड भाजपा के लिए खाली ही रह गया. वहीं नामांकन जांच में भाजपा के वरिष्ठ नेता सवाई सिंह जैतावत का नामांकन भी खारिज हो गया. ऐसे में दो वार्डों में भाजपा को चुनाव से पहले ही झटका लग चुका है.

पढ़ेंः 550वां प्रकाश पर्व स्पेशल : सिखों के लिए आस्था का बड़ा केन्द्र है जयपुर का ये गुरुद्वारा, गुरु ने ली थी शिष्यों की बड़ी परीक्षा

अब भाजपा में बगावत की बात करें तो शहर के वार्ड नंबर 41 से भाजपा के पूर्व पार्षद शिवप्रकाश कुमावत की पत्नी मांगू देवी को उम्मीदवार बनाया गया है. इसी वार्ड से भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री कांतिलाल वैष्णव ने भी टिकट की मांग की थी. लेकिन भाजपा द्वारा टिकट नहीं देने पर कांतिलाल वैष्णव ने अपनी पत्नी को इसी वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतारा है.

वहीं भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे राहुल मेवाडा ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 52 से बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोकी है. वार्ड नंबर 18 में भी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता वर्तमान पार्षद सुरेश पटेल ने भी भाजपा से बागी रुख अपनाते हुए निर्दलीय के रूप में चुनाव में उतरे हैं.

भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता महेंद्र वैष्णव ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 6 से अपनी पत्नी व वार्ड नंबर 12 से स्वयं को चुनावी मैदान में उतारा है. इन सभी के अलावा भाजपा के कई नाराज कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग वार्डो से अपने निर्दलीय नामांकन भरे हैं. इन सभी सक्रिय करें कार्यकर्ताओं के पार्टी से बागी रुख को देखते हुए पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं.

पढ़ेंः मौसम विभाग का मानना, आगामी 24 घंटे में कई जिलों में मौसम रहेगा शुष्क

ऐसे में भाजपा ने एक्शन प्लान बनाते हुए इन सभी निर्दलीयों को पार्टी की एक मझधार में लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं और कई वार्डो में भाजपा ने चुनावी मैदान में उतरे उनके बागी प्रत्याशियों को राजी कर अपने प्रत्याशी के लिए समर्थन देने के लिए खुश कर दिया है. भाजपा के पदाधिकारियों की माने तो उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते वह दावा कर रहे हैं कि इस बार भी भाजपा पूर्ण बहुमत से पाली और सुमेरपुर के निकाय चुनाव में अपना वोट बनाएगी.

पाली. निकाय चुनाव को लेकर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सामने 'बागी' एक कड़ी चुनौती बनकर सामने आ चुके हैं. ऐसे में नामांकन वापस लेने की अंतिम दिनांक को कांग्रेस की ओर से कई बागी प्रत्याशियों के नामांकन वापस दिलवाए गए, लेकिन भाजपा की ओर से बागियों को मझधार में लाने का प्रयास सफल नहीं हो पाया.

बागी' प्रत्याशी को ट्रैक पर लाने के लिए भाजपा का एक्शन प्लान

नाममात्र के कार्यकर्ताओं को ही भाजपा के पदाधिकारी नामांकन वापस लेने के लिए मना पाए. ऐसे में पाली और सुमेरपुर दोनों ही जगह निकाय चुनाव में भाजपा से नाराज कार्यकर्ताओं ने बतौर बागी चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक रखी है. वहीं पार्टी के आला पदाधिकारियों को लगातार अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं.

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ऐसे में भाजपा के आला पदाधिकारियों द्वारा पार्टी से नाराज होकर और बाकी मैदान में उतरे कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करने के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है. इसके तहत भाजपा की ओर से उनके प्रत्याशियों के सामने उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं को मना कर अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान मांगने के लिए राजी किया जा रहा है.

वहीं भाजपा की बात करें तो भाजपा शहर के 65 वार्डों में से 63 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के लिए चुनावी वोट मांग रही है. बता दें कि भाजपा को वार्ड नंबर 35 से कोई प्रत्याशी नहीं मिल पाया था. जिसके चलते यह वार्ड भाजपा के लिए खाली ही रह गया. वहीं नामांकन जांच में भाजपा के वरिष्ठ नेता सवाई सिंह जैतावत का नामांकन भी खारिज हो गया. ऐसे में दो वार्डों में भाजपा को चुनाव से पहले ही झटका लग चुका है.

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अब भाजपा में बगावत की बात करें तो शहर के वार्ड नंबर 41 से भाजपा के पूर्व पार्षद शिवप्रकाश कुमावत की पत्नी मांगू देवी को उम्मीदवार बनाया गया है. इसी वार्ड से भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री कांतिलाल वैष्णव ने भी टिकट की मांग की थी. लेकिन भाजपा द्वारा टिकट नहीं देने पर कांतिलाल वैष्णव ने अपनी पत्नी को इसी वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतारा है.

वहीं भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे राहुल मेवाडा ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 52 से बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोकी है. वार्ड नंबर 18 में भी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता वर्तमान पार्षद सुरेश पटेल ने भी भाजपा से बागी रुख अपनाते हुए निर्दलीय के रूप में चुनाव में उतरे हैं.

भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता महेंद्र वैष्णव ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 6 से अपनी पत्नी व वार्ड नंबर 12 से स्वयं को चुनावी मैदान में उतारा है. इन सभी के अलावा भाजपा के कई नाराज कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग वार्डो से अपने निर्दलीय नामांकन भरे हैं. इन सभी सक्रिय करें कार्यकर्ताओं के पार्टी से बागी रुख को देखते हुए पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं.

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ऐसे में भाजपा ने एक्शन प्लान बनाते हुए इन सभी निर्दलीयों को पार्टी की एक मझधार में लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं और कई वार्डो में भाजपा ने चुनावी मैदान में उतरे उनके बागी प्रत्याशियों को राजी कर अपने प्रत्याशी के लिए समर्थन देने के लिए खुश कर दिया है. भाजपा के पदाधिकारियों की माने तो उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते वह दावा कर रहे हैं कि इस बार भी भाजपा पूर्ण बहुमत से पाली और सुमेरपुर के निकाय चुनाव में अपना वोट बनाएगी.

Intro:पाली. निकाय चुनाव को लेकर इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सामने बागी एक कड़ी चुनौती बनकर सामने आ चुके हैं। नामांकन वापस लेने की अंतिम दिनांक को कांग्रेस की ओर से कई बागी प्रत्याशियों के नामांकन वापस दिलवाए गए। लेकिन भाजपा की ओर से बागियों को मझधार में लाने का प्रयास सफल नहीं हो पाया। नाममात्र के कार्यकर्ताओं को ही भाजपा के पदाधिकारी नामांकन वापस लेने के लिए मना पाए। अब ऐसे में पाली व सुमेरपुर दोनों ही जगह निकाय चुनाव में भाजपा से नाराज कार्यकर्ताओं ने बतौर बागी चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक रखी है। ऐसे में पार्टी के आला पदाधिकारियों को लगातार अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में भाजपा के आला पदाधिकारियों द्वारा पार्टी से नाराज होकर और बाकी मैदान में उतरे कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करने के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है। इसके तहत भाजपा की ओर से उनके प्रत्याशियों के सामने उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं को मना कर अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान मांगने के लिए राजी किया जा रहा है।


Body:अगर भाजपा की बात करें तो भाजपा पाली शहर के 65 वार्डों में से 63 वार्डों में अपने प्रत्याशियों के लिए चुनावी वोट मांग रही है। आपको बता दें कि भाजपा को वार्ड नंबर 35 से कोई प्रत्याशी नहीं मिल पाया था। जिसके चलते यह वार्ड भाजपा के लिए खाली ही रह गया। वहीं नामांकन जांच में भाजपा के वरिष्ठ नेता सवाई सिंह जैतावत का नामांकन भी खारिज हो गया। ऐसे में दो वार्डों का भाजपा को चुनाव से पहले ही झटका लग चुका है। अब भाजपा में बगावत की बात करें तो शहर के वार्ड नंबर 41 से भाजपा के पूर्व पार्षद शिवप्रकाश कुमावत की पत्नी मांगू देवी को उम्मीदवार बनाया गया है। इसी वार्ड से भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री कांतिलाल वैष्णव ने भी टिकट की मांग की थी। लेकिन भाजपा द्वारा टिकट नहीं देने पर कांतिलाल वैष्णव ने अपनी पत्नी को इसी वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतारा है। वहीं भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे राहुल मेवाडा ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 52 से बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोकी है। वार्ड नंबर 18 में भी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता वर्तमान पार्षद सुरेश पटेल ने भी भाजपा से बागी रुख अपनाते हुए निर्दलीय के रूप में चुनाव में उतरे हैं। वही भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता महेंद्र वैष्णव ने भी टिकट नहीं मिलने पर वार्ड नंबर 6 से अपनी पत्नी व वार्ड नंबर 12 से स्वयं को चुनावी मैदान में उतारा है। इन सभी के अलावा भी भाजपा के कई नाराज कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग वार्डो से अपने निर्दलीय नामांकन भरे हैं। इन सभी सक्रिय करें कार्यकर्ताओं के पार्टी से बागी रुख को देखते हुए पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी राजनीति समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने एक्शन प्लान बनाते हुए इन सभी निर्दलीय को पार्टी की एक मझधार में लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। और कई वार्डो में भाजपा ने चुनावी मैदान में उतरे उनके बागी प्रत्याशियों को राजी कर अपने प्रत्याशी के लिए समर्थन देने के लिए खुश कर दिया है। भाजपा के पदाधिकारियों की माने तो उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के चलते वे दावा कर रहे हैं कि इस बार भी भाजपा पूर्ण बहुमत से पाली व सुमेरपुर के निकाय चुनाव में अपना वोट बनाएगी।


समाचार में भाजपा जिला अध्यक्ष करण नेतरा की बाइट है





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