पाली. जिला आयोजना समिति के चुनाव बुधवार को जिला परिषद सभागार में हुए. चुनाव में जिला परिषद के 33 सदस्यों में से 15 सदस्यों को और नगर निकायों के 295 सदस्यों में से 5 सदस्यों को चुना गया. जिला परिषद के सदस्यों में कांग्रेस के प्रस्तावक नहीं मिलने पर एक भी फॉर्म नहीं भरा गया, जिस कारण सभी 15 सीटें भाजपा ने निर्विरोध जीत ली. वहीं नगर निकायों के कुल 295 में से 197 पार्षदों ने अपने मत का प्रयोग किया, जिसमें भाजपा के 5 पार्षदों को 138 से ज्यादा वोट मिले.
वहीं कांग्रेस से खड़े हुए पार्षदों को करारी हार का सामना करना पड़ा. भाजपा ने दोनों ही जगहों पर जिला आयोजना समिति में अपनी पार्टी के सदस्यों को चुनाव जीता ने के लिए पिछले कई दिनों से रणनीति तैयार कर रखी थी. भाजपा के पदाधिकारियों ने इस चुनाव को लेकर पिछले 10 दिनों से ही तैयारी शुरू कर दी थी. जिला आयोजना समिति के सदस्यों को लेकर जिले के सभी नगर निकायों में कुल 295 में से सिर्फ 197 पार्षदों ने मतदान किया. चुनाव में भाजपा के संयोजक के तौर पर नगर परिषद सभापति रेखा राकेश भाटी और संयोजक त्रिलोक चौधरी ने राजनीति से सभी 5 सदस्य पर भाजपा का कब्जा किया है.
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वहीं वोटों की बात करें तो भाजपा के तखतगढ़ के देवाराम चौधरी को 138 वोट मिले, सोजत सिटी के राकेश कुमार को 155, पाली के विकास को 155, बाली से सुरेश कुमार को 148 व सादड़ी के संजय बोहरा को 145 वोट मिले. वहीं कांग्रेस के प्रत्याशियों की बात करें तो रानी के मुकेश को 49, रानी के मोहम्मद अकरम को 42, जैतारण के मोहम्मद यूनुस को 39, पाली के रमेश चावला को 46 व सोजत के मोहम्मद जमील रहमान को 47 वोट मिले.
कोरोना को लेकर प्रशासन अलर्ट
प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं. उदयपुर में जिस प्रकार से स्कूल और हॉस्टल में संक्रमित बच्चों की संख्या मिली है. उसके बाद पाली में भी प्रशासन सतर्क हो चुका है. जिला कलेक्टर ने सभी शैक्षणिक संस्थाओं की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक ली. उन्होंने जिले की सभी शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की कोरोना से सुरक्षा के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इन दिनों संस्थानों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन की सभी स्थानों पर पालना हो और कोविड 19 के नियमों के तहत स्कूलों में अध्ययन हो.
जिला कलेक्टर अंशदीप ने कहा है कि पिछले साल मार्च में कोरोना महामारी के व्यापक प्रसार के मद्देनजर पाली जिले समेत पूरे राज्य में शैक्षिक संस्थानों को आगामी आदेशों तक बंद कर दिया गया था. पिछले दिनों अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान राज्य सरकार ने उच्च शिक्षण संस्थाओं के साथ 9 से 12वीं तक बाद में कक्षा छह से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए अध्ययन की व्यवस्था शुरू कर दी थी. इन विद्यार्थियों के लिए गृह विभाग ने मानक संचालन प्रक्रिया जारी कर रखी है. शिक्षण संस्थान में मानक संचालन प्रक्रिया की पालना आवश्यक रूप से होनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का प्रसार अभी पूर्ण रुप से थमा नहीं है. देश के कुछ राज्य महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोरोना का प्रसार दूसरी बार तेजी से फैल रहा है. राज्य में इस प्रसार को रोकने के लिए इन राज्यों से आने वाले लोगों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट के नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया गया है. उन्होंने बताया कि इन दिनों राज्य के विभिन्न जिलों में स्कूली विद्यार्थी पॉजिटिव मिल रहे जो चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों शैक्षिक संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए एक संदेश जारी करवाया था.