नागौर. जिले की मेड़ता नगरपालिका में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक पूरी तरह से हंगामे की भेंट चढ़ गई. हालात ये बने कि पार्षद गुटों के बीच आपस में ही जमकर मारपीट हो गई. पार्षदों, कर्मचारियों व बाहरी लोगों के बीच हुई मारपीट और धक्का-मुक्की के बाद कर्मचारियों ने मौके पर धरना देने का ऐलान भी कर दिया.
दरअसल आज मेड़ता सिटी नगरपालिका में साधारण सभा की बैठक चेयरमैन गौतम ठाक की अध्यक्षता में शुरू हुई. बैठक के शुरू होते ही विपक्ष के पार्षदों ने विकास कार्यों को लेकर आरोप लगाने शुरू कर दिए. इस दौरान कुछ पार्षद चेयरमैन की टेबल के पास पहुंचे और चेयरमैन गौतम ठाक से बहस करने लगे. इसी दौरान पक्ष व विपक्ष के पार्षदों के बीच तनातनी हो गई, जिसके बाद हंगामा बढ़ा और जो लोग सभागार से बाहर थे, वे भी सभागार में आ गए और पार्षदों से उलझने लगे. इससे दो पक्ष बन गए और दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई.
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मारपीट इतनी जबरदस्त हुई कि सभागार में माइक तोड़ दिए और दोनों गुटों ने एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की की और मारपीट की. कई पार्षदों व अन्य लोगों के कपड़े तक फाड़ दिए. नगर पालिका में बने हालात की सूचना मिलने पर मेड़ता सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों गुटों को अलग कर शांत कराया. इसके बाद कर्मचारियों ने मारपीट का आरोप लगाते हुए एक बार धरना दे दिया और मारपीट करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की.
नगर पालिका के कर्मचारियों की ओर से घोषित हड़ताल पालिका इओ रामरतन चौधरी की समझाइश पर समाप्त हो गई. दरअसल तीनो युवकों द्वारा पालिका साधारण सभा की बैठक के दौरान की गई हरकत पर सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली गई. जिस पर इओ ने कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त करने का आग्रह किया.