नागौर. जिले में पंचायत राज चुनाव के तहत पंचायत समिति के चुनाव परिणाम की घोषणा हो चुकी है. जिले की 15 पंचायत समितियों में से 8 पंचायत समितियों में भारतीय जनता पार्टी और चार पर कांग्रेस, एक पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को एक पंचायत समिति में स्पष्ट बहुमत मिला है. जिसके बाद बीजेपी प्रधान बनाने के दावेदारी की रणनीति तैयार करने में जुट गई है.
RLP की ऐतिहासिक जीत
वहीं दो पंचायत समितियों पर किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. जिला परिषद में कुल 47 वार्डों में से भारतीय जनता पार्टी ने 20, कांग्रेस 18, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने 9 सीटों पर अपनी ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. नागौर जिले में पंचायतीराज चुनाव की मतगणना मंगलवार को दो चरणों प्रातः काल से दोपहर 2 बजे तक और जिला परिषद के लिए दोपहर 2 बजे से देर शाम तक चली. शुरुआत से ही भाजपा, कांग्रेस व आरएलपी पर भारी पड़ती दिखाई दी. आरएलपी ने भी उम्मीदों से बढ़कर इस बार के चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.
उपमुख्य सचेतक व नावां विधायक महेंद्र चौधरी और डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा के निर्वाचन क्षेत्रों में तो भाजपा ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया. यहां शुरुआत से लेकर अंत तक बीजेपी ने कांग्रेस को औंधे मुंह पटके रखा. जबकि नागौर, मूंडवा, खींवसर और जायल में भाजपा को भारी झटका लगा.
बीजेपी ने जीती कुल 163 सीटें
नागौर शहर जिलाध्यक्ष और विधायक मोहनराम चौधरी के निर्वाचन, नागौर विधायक मोहनराम चौधरी के निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को शिकस्त खानी पड़ी. पहली बार पंचायती राज चुनाव मैदान में उतरी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जिले की कई पंचायत समिति सीटों पर अपनी बेहतर उपस्थिति दर्ज कराई है. जिले में कुल 383 वार्डों में से भाजपा ने 163, कांग्रेस ने 121, रालोपा और निर्दलियों ने कई सीटों पर जीत दर्ज है.
जिला परिषद सदस्य के चुनाव परिणाम की बात करें भाजपा ने जहां 20 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार 18 सीटें जीतने में कामयाब रहे हैं और पहली बार चुनाव मैदान में उतरी आरएलपी ने 9 सीटों पर कब्जा जमाया है. कुल 47 सदस्य वाली जिला परिषद नागौर में इस बार जिला प्रमुख बनेगा तो वह आरएलपी के सहयोग के बगैर मुमकिन नहीं होगा. इस बार के पंचायत राज चुनाव में नागौर जिले में कई दिग्गजों को शिकस्त मिली है.
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सबसे बड़ी हार नागौर जिले के 9 विधानसभा क्षेत्र से विधायक और विधान सभा में मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी जो कि वर्तमान जिला प्रमुख भी हैं, को माना जा रहा है. इसके अलावा भाजपा से भागीरथ महरिया कर्नल नंदकिशोर ढाका अपनी सीट पर जीत नहीं पाए. जिला प्रमुख के दावेदारों में से एक पूर्व उप जिला प्रमुख कांग्रेस के सहदेव चौधरी ने शानदार जीत हासिल की.