नागौर. लोकसभा चुनाव के लिए नागौर संसदीय सीट को लेकर कांग्रेस में टिकट के दावेदारों में जमकर रस्साकशी देखने को मिल रही है. संभावित प्रबल मजूबत प्रत्याशियों का विरोध करने के लिए विरोधी खेमे दिल्ली तक अपनी नाराजगी जता चुके हैं.
नागौर सीट पर सबसे ज्यादा पेचिदा स्थिति हो रही है क्योंकि पार्टी के सर्वे में नागौर सबसे मजबूत स्थिति में बताई जा रही है. लेकिन अब टिकट गुटबाजी के पेच में फस कर रह गई. बीते 2 दिनों में 10 जनपथ पर भी नागौर के कांग्रेसी नेताओं द्वारा पूर्व सांसद डॉ ज्योति मिर्धा को टिकट नहीं दिए जाने को लेकर अपना विरोध जताया जा चुका है. कांग्रेस की सीवीसी में टिकट वितरण को लेकर तैयारियां चल रही है.
दावेदारों में पूर्व सांसद डॉ ज्योति मिर्धा, जिला प्रमुख सुनीता चौधरी, डीडवाना विधायक चेतन डूडी, पूर्व विधायक रिछपाल मिर्धा, हरेन्द्र मिर्धा और जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन का भी नाम चल रहा है. दिल्ली में डेरा जमा चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी की गतिविधियों में पूर्व सांसद डॉ ज्योति मिर्धा पिछले कई सालों से नदारद रही थी. ऐन वक्त विधानसभा चुनावों से ठीक पहले पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने सक्रिय होकर अपनी दावेदारी पेश की. इसलिए पार्टी को उनको टिकट देने से नुकसान हो सकता है.
दूसरी और कांग्रेस के संगठन से जुड़े नेताओं का कहना है कि कांग्रेस नागौर जिले में मजबूत स्थिति में है. साथ ही आम जनता केन्द्र में नरेन्द्रमोदी के नेतृत्व में भाजपा के पिछले 5 साल के कार्यकाल से ऊब चुकी है. कांग्रेस की और अब जनता देखने लगी. वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सभी अपनी-अपनी दावेदारी जता रहे और दावेदारी जताने का हक सबको है.
केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश संगठन तक नागौर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को फोन करके संभावित प्रबल और जिताऊ उम्मीदवार के नाम पर राय मांग रहे है. पूरे मामले को लेकर मचे घमासान में नागौर जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मोती लाल चंदेल का कहना है कि टिकट की दौड़ में कई नेता शामिल होते हैं लेकिन पार्टी टिकट एक को ही देती है. पार्टी के जो फैसला होगा पूरे नागौर जिले में मिर्धा परिवार का वर्चस्व कायम है.
वरिष्ठ कांग्रेसी साबिर हुसैन का कहना है कि मौजूदा कांग्रेस प्रदेश के सर्वे में सबसे मजबूत सीट कोई है वो नागौर सीट हैं गुटबाजी को नकारते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राय मशवरा करके फीडबैक सभी कार्यकत्ताओं से लिया जा रहा है. आने वाले वक्त में सही निर्णय सभी को देखने को मिलेगा. नागौर लोकसभा का चुनाव इस बार काफी रोचक होने की संभावना है पूर्व सांसद डॉ ज्योति मिर्धा के बाद अब मेरे मिर्धा परिवार के कद्दावर नेता हरेंद्र मिर्धा ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने का मानस बना लिया है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से हनुमान बेनीवाल ने भी नागौर लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में अभी पत्ते नहीं खोले.