कुचामनसिटी. नागौर जिले की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने भाजपा में जाने का फैसला जल्दबाजी में लिया है. उन्हें इसके लिए एक दिन पछताना पड़ेगा. ये कहना है नावां विधानसभा क्षेत्र से विधायक और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी का. कुचामनसिटी में मीडिया से रूबरू होकर भाजपा की परिवर्तन यात्रा ज्योति मिर्धा के भाजपा में शामिल होने और कांग्रेस से आरएलपी के गठबंधन की संभावनाओं के बारे में खुलकर जवाब दिए.
प्रदेश में निकाली जा रही भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के बारे में उपमुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरों की ही बात कर ली जाए जब उनकी सभाओं में ही कुर्सियां खाली नजर आती हैं, तो भाजपा की परिवर्तन यात्रा में ऐसा क्यों नहीं होगा. इसका प्रमाण भेरूंदा कुचामन सिटी और डीडवाना में परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान हुई आम सभाएं हैं. जहां पूरी सभा के दौरान कुर्सियां खाली नजर आई.
विधायक महेंद्र चौधरी ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का सुपड़ा साफ होने वाला है. कांग्रेस और आरएलपी के गठबंधन की संभावनाओं के बारे में चौधरी ने साफ लफ्जों में कहा कि वर्तमान कार्यकाल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने ऐतिहासिक सौगातें पूरे प्रदेशवासियों को दी हैं. मुख्यमंत्री का लक्ष्य 156 प्लस सीटें जीतने का है और कांग्रेस आने वाले चुनाव में इस लक्ष्य को हासिल भी करेगी. इसके लिए हमारी पार्टी को किसी से गठबंधन करने की जरूरत ही नहीं है.
पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ज्योति मिर्धा को अपने इस फैसले पर पछताना पड़ेगा. क्योंकि भाजपा वो राजनीतिक दल है जो उम्मीदवारों को इस्तेमाल करके फेंक देती है. चौधरी ने कहा कि भाजपा ये न समझे की ज्योति मिर्धा को अपनी पार्टी में शामिल करके उन्होंने कोई तीर मार लिया है. क्योंकि ज्योति मिर्धा लंबे समय से कांग्रेस में सक्रिय ही नहीं रही. अगर उन्होंने पार्टी छोड़ दी है, तो उससे कांग्रेस को ना तो लोकसभा और ना ही विधानसभा चुनाव में कोई फर्क पड़ेगा.