खींवसर (नागौर). चुनाव के कारण प्रदेशभर की निगाहें इन दिनों जिले के खींवसर पर है. निर्वाचन विभाग भी अपनी नजर खींवसर सहित पूरे नागौर जिले पर लगाए हुए है. वहीं उपचुनाव में खुलकर प्रत्याशियों का समर्थन करना सरकारी कर्मचारियों पर भारी पड़ रहा है.
बता दें कि सोशल मीडिया पर एक प्रत्याशी के समर्थन में पोस्ट अपलोड करना रोडवेज के एक परिचालक पर तब भारी पड़ गया, जब उसके खिलाफ शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी और बाद में मुख्य चुनाव अधिकारी तक पहुंच गई. मुख्य चुनाव अधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए हुए रोडवेज को कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिसके बाद रोडवेज ने सहदेव भाकल नाम के परिचालक को निलंबित करने के आदेश जारी किए. इधर, सरकारी स्कूलों के तीन शिक्षकों के खिलाफ भी शिकायत मिलने पर प्रारंभिक रूप से उनका मुख्यालय बदलकर जांच शुरू की गई है. जांच में शिकायत सही पाई जाने पर शिक्षक मेघनाथ सिद्ध, दुर्गराम डांगा और श्रीराम पर भी गंभीर कार्रवाई हो सकती है.
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जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव का कहना है कि अभी तक 10 से 15 शिकायतें सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मिली हैं. जांच में कुछ शिकायतें फर्जी भी निकली हैं, जो शिकायतें सही पाई गई हैं उन पर ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से अपील भी की है कि आदर्श आचार संहिता की पालना में सहयोग करें.