मकराना (नागौर). जिले के मकराना में फैजाने सहाबा कमेटी के तत्वावधान में रविवार को इस्लाहे मुआशरा कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस कॉन्फ्रेंस का आगाज कुराने पाक की तिलावत के साथ हुआ. जिसमें पाली से आए नात ख्वा कारी मोहम्मद शरीफ ने अपनी दिलकश आवाज में एक से बढ़कर एक नात कलाम पेश किए.
मालेगांव महाराष्ट्र से आए सय्यद अमीनुल कादरी ने तकरीर करते हुए कहा कि अपने आखिरत को सवारने के लिये नेक कार्य करने चाहिए. जहन्नम के अजाब का आलम हम सहन नहीं कर पाएंगें. वहीं इस दौरान अन्य उलेमाओं ने कहा कि हम जिस दौर में चल रहे है वह तालीम का दौर है. इंसान अगर तलीम हासिल नहीं करता तो उसकी कोई कदर नहीं होती है. तालीम के मामले में बच्चों में फर्क न करें. चाहे लड़का हो या लड़की तालीम हासिल करना सबका हक हैं.
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इस दौर में दुनियावी तालीम के साथ दीन की तालीम भी जरूरी है. हमें इस्लाम के बताए रास्ते पर चलना चाहिए.हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए. हमे गरीबों का ख्याल रखना चाहिए. हमेशा अपने अलीम की इज्जत करनी चाहिए और उनसे ज्यादा से ज्यादा तालीम हासिल करते रहना चाहिए. उलेमाओं ने कहा कि नबी के जमाने में भी इल्म की कमी के कारण कई जहालत भरे काम हुआ करते थे, लेकिन जब नबी आए तो जहालियत के दौर को खत्म करने का काम किया.