मकराना (नागौर). बकरीद का पर्व जैसे ही नजदीक आ रहा है. मंडियों में बकरों की आवक तेज हो गई है. लेकिन इस बार बकरों की आवक में पिछले साल की तुलना में लगभग 80 प्रतिशत की कमी देखी जा रही है. इसका कारण है कोरोना का संक्रमण. इस बार काफी लोग बकरों की खरीद से परहेज कर रहे हैं और इज्तेमाई कुर्बानी में भाग लेना मुनासिब समझ रहे हैं. मकराना और आस-पास के इलाकों में कई सामाजिक संस्थाएं इज्तेमाई कुर्बानी का कार्यक्रम आयोजित करती हैं.
दूसरी तरफ मकराना में बकरों की खरीद के लिए दूर-दराज से लोग पहुंच रहे हैं. अजमेर के एक खरीदार ने 55 हजार रुपए का बकरा खरीदा है. जो इस साल मंडी में सबसे ज्यादा कीमत में बिका बकरा है. लेकिन पिछले सालों की तुलना में इस बार बकरों की खरीद में कमी देखी जा रही है. जिसके कारण व्यापारी भी काफी कम संख्या में बकरे खरीदारी के लिए लेकर आ रहे हैं. त्योहारों पर कोरोना का ग्रहण साफ देखा जा सकता है.
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कोरोना का संक्रमण प्रदेश के हर जिले में बढ़ रहा है. जिसके कारण लोग मंडियों में जाकर खरीददारी नहीं कर रहे हैं. वहीं पिछले दिनों जयपुर में देखने को मिला था कि किस तरह से व्हाट्सअप पर ग्रुप बनाकर बकरों की खरीद-फरोख्त की जा रही है. जयपुर के कुछ इलाकों में युवाओं ने अपनी तरफ से व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए हैं और ग्रुप में नए-नए नस्ल के जानवरों की तस्वीर डाल कर अपना व्यापार कर रहे हैं.
व्हाट्सएप ग्रुप में जानवर की कीमत भी लिखी जाती है. उसके बाद व्हाट्सएप ग्रुप पर ही जानवरों की खरीद-फरोख्त शुरू हो जाती है. जयपुर में जानवरों की खरीद-फरोख्त करने वाले इकराम खान ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण बकरा मंडी नहीं लग पाएगी. इसलिए हमारी तरफ से सोशल मीडिया पर अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं.