नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक से एक-एक करके 10 सवाल ट्वीट करके (Hanuman Beniwal asked 10 questions to CM) पूछे. सांसद ने पेपर लीक मामलो में सीएमओ में लंबे समय तक कार्यरत रहे पंजाब कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अमित ढाका और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े किए.
सांसद ने पूछे ये सवाल:
1- क्या पंजाब कैडर के IAS अधिकारी अमित ढाका को पंजाब से यहां पेपर आउट करवाने की चेन बनाने और ऐसे गिरोह को पनपाने के लिए आयात किया गया?
2-वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक प्रकरण के आरोपी सुरेश ढाका और सीएमओ में तीन वर्षों से अधिक समय तक कार्यरत रहे अमित ढाका के संबंधों की जांच कब करवाओगे? क्योंकि यह सुरेश ढाका स्वयं को अमित ढाका का भाई बताकर और खुद को सीएमओ का आदमी बताकर हर जगह रोब झाड़ता था और इस एंगल से ही इसने भर्ती परीक्षाओं के पेपर करवाने वाली संस्थाओं और अफसरों से मिलीभगत कर रखी थी.
3-रीट प्रकरण में राज्य सरकार के मंत्री सुभाष गर्ग और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी पर भी आरोप लगे, चूंकि सुभाष गर्ग स्वयं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं और इनके इशारे पर ही डीपी जारोली को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया और रीट पेपर प्रकरण में जारोली को बर्खास्त किया गया और मंत्री गर्ग ने ही जारोली को एसओजी से क्लीन चिट दिलवाई, अगर जारोली सही थे उन्हे बर्खास्त क्यों किया?
4-क्या जारोली को क्लीन चिट इसलिए तो नहीं दिलवाई गई कि कहीं वो उन नेताओं और अधिकारियों के नाम उजागर नहीं कर दे जिनके नाम रीट पेपर आउट करवाने में सामने आए?
5-रीट मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा की स्कूल को तोड़ा गया, बाकी आरोपियों की प्रोपर्टियों को क्यों नही तोड़ा गया?
6-कांस्टेबल पेपर लीक प्रकरण में कांग्रेसी नेता मंजू शर्मा के पुत्र को गिरफ्तार किया गया, बावजूद इसके इनकी स्कूल को क्यों नहीं तोड़ा गया?
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7-RPSC चेयरमैन ने कोचिंग सेन्टर संचालकों की भूमिका पेपर लीक करवाने और नकल गिरोह में होना बताया, तो सरकार ऐसे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कब कार्यवाही करेगी और पर्दे के पीछे कौन-कौन से ब्यूरोक्रेट्स और अन्य अधिकारियों की साझेदारी ऐसी कोचिंगो में है!
8-आपके ओएसडी देवाराम सैनी के नजदीकी रिश्तेदारों की भी कोचिगों में साझेदारी है जो लगातार देवाराम के संपर्क में भी थे. ऐसे में इस विषय की गहन जांच कब करवाओगे की कहीं आपके OSD की भूमिका तो पेपर आउट करवाने में नही थी?
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9-आरोपी सुरेश ढाका राजस्थान के एक दर्जन सत्ताधारी दल के नेताओं और मंत्रियों तथा हरियाणा और दिल्ली के कई कांग्रेसी नेताओं के ट्वीटर हैंडल ऑपरेट करता था. ऐसे में बिना नेताओं की सह के सुरेश ढाका इतना बड़ा कृत्य नही कर सकता. इस पर आप क्या कहोगे?
10-कांग्रेस के कौनसे नेताओं और मंत्रियों ने सुरेश ढाका की राहुल गांधी से मुलाकात करवाई?