नागौर. गैंगस्टर संदीप शेट्टी हत्याकांड मामले के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जिला कोर्ट में पेश किया गया. इन आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार (Gangster Sandeep Shetty Murder Case) किया था, जिन्हें नागौर की कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया. आरोपियों में गैंगस्टर दीप्ति यादव के साथ ही उसके दो अन्य साथी शामिल हैं. वहीं, कोर्ट में पेशी के बाद तीनों आरोपियों को आगे की पूछताछ के लिए कोतवाली पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया.
फिलहाल, पुलिस तीनों आरोपियों से उक्त मामले में पूछताछ कर रही है. बीते साल 19 सितंबर को संदीप शेट्टी की हत्या के बाद उसकी गैंग ने सवा करोड़ से लेकर डेढ़ करोड़ रुपए की सुपारी का (nagaur police in alert mode) ऐलान किया था. जिसमें कहा गया था कि जो भी व्यक्ति दीप्ति यादव और उसके शूटरों की हत्या करेगा उसे इनाम के रूप में सवा करोड़ से डेढ़ करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी.
वहीं, इस सुपारी के ऐलान को नागौर पुलिस ने गंभीरता से लिया और शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. मामले में गैंगस्टर दीप्ति यादव और (Preparation for murder of gangster Deepti Yadav) उसके साथियों के अधिवक्ता महावीर विश्नोई ने भी कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने और हर 24 घंटे में मेडिकल करवाने की मांग की थी. जिस पर कोर्ट ने नागौर पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए.
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कोर्ट के बाहर हुई थी शेट्टी की हत्या : गौरतलब है कि नागौर कोर्ट में पेशी पर आए गैंगस्टर संदीप शेट्टी की 19 सितंबर को गोली मारकर हत्या कर दी थी. हरियाणा के गैंगस्टर दीप्ति यादव व उसके शूटरों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. आरोपियों ने हमले के दौरान गैंगस्टर संदीप शेट्टी को कई गोलियां मारी थी. इधर, वारदात के बाद से ही गैंगस्टर दीप्ति यादव और उसके शूटर साथी नेपाल में छुपे थे.
वहीं, कोर्ट के बाहर हुए हत्याकांड (shooters appeared in court under tight security) की गंभीरता को देखते हुए नागौर पुलिस ने एसआईटी गठित की थी और एसआईटी की टीम ने इस पूरी घटना के मास्टरमाइंड पंडित और उसके दो साथियों को कुछ दिन बाद गिरफ्तार किया था. इसके बाद शूटरों को आर्थिक मदद देने वाले दो अन्य आरोपियों को दबोच गया था. फिलहाल, तक इस मामले में कुल पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन गोली मारने वाले शूटरों तक नागौर पुलिस नहीं पहुंच पाई.
पुलिस को लग गई थी नेपाल में छिपे होने की भनक : हरियाणा के गैंगस्टर संदीप शेट्टी की हत्या के बाद एक तरफ तो नागौर पुलिस गैंगस्टर दीप्ति यादव और उसके शूटर साथियों की तलाश कर रही थी तो दूसरी तरफ शेट्टी गैंग भी बदला लेने के लिए इनकी तलाश में जुटी थी. नागौर पुलिस के साथ ही शेट्टी गैंग को भी गैंगस्टर दीप्ति यादव और उसके साथियों के नेपाल में छिपे होने की भनक लग गई थी. ऐसे में बदला लेने के लिए शेट्टी गैंग के लोग भी नेपाल पहुंच गए थे. जिसके बाद दीप्ति यादव को मौत का डर सताने लगा था.
नागौर पुलिस ने दिखाई तत्परता : इधर, नागौर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस मामले में त्वरित कदम उठाया और एक टीम काठमांडू भेजी गई. जहां नागौर पुलिस ने तीनों आरोपियों को दबोच लिया, जिनमें से एक शूटर नाबालिग निकला. मामला विदेश से जुड़ा होने के चलते तीनों शूटरों को दिल्ली पुलिस को सौंपना पड़ा. इसके बाद शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर दीप्ति यादव और उसके दो अन्य शूटरों को नागौर पुलिस को सौंप दिया. जिसके बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया.
दीप्ति यादव को मारने की हो चुकी है रेकी : दिल्ली से ही शेट्टी गैंग के लोग लगातार गैंगस्टर दीप्ति यादव और उसके शूटर साथियों पर नजर बनाए हुए थे. साथ ही उन्हें यह पता चल गया था कि जल्द ही उन्हें नागौर ले जाया जाएगा. इसके बाद शेट्टी गैंग नागौर में सक्रिय हो गई. गैंग से जुड़े गुर्गों ने नागौर कोर्ट, अस्पताल, कोतवाली थाने की रेकी शुरू की. इसी दौरान अस्पताल में रेकी करने आए हरियाणा के लोकेंद्र और नागौर के एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि शेट्टी गैंग किसी भी कीमत पर इस हत्या का बदला लेना चाहती है. इसके लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपए की सुपारी का ऐलान होने की भी बात सामने आई. ऐसे में पुलिस को जब इस बात की पुष्टि हो गई कि दीप्ति यादव पर हमला हो सकता है तो उसे शुक्रवार को पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के बीच कोर्ट में पेश किया गया.