नागौर. आठ महीने पहले परबतसर के आस-पास मानसिक रूप से विक्षिप्त अवस्था में घूम रहे प्रकाश को आखिर 2 साल बाद उसका भाई दुश्मन्त उसको लेने पहुंचा. दोनों भाइयों को मिलाने के लिए अपना आश्रम ने सेतु का काम किया. यहां ना केवल उसकी देखरेख की गई, बल्कि उसका इलाज करवा ठीक भी किया गया.
कुचामनसिटी स्थित अपना घर आश्रम (Apna Ghar Ashram in Nagaur) बेसहारा लोगों के लिए संजीवनी केंद्र बना हुआ है. अपना घर आश्रम में मानसिक विक्षिप्त व लावारिस लोगों की सेवा की जाती है और उनका इलाज करवाकर उनको उनके घर पहुंचाने में मदद की जाती है. प्रकाश के भाई का कहना है कि उसका भाई 2 साल से लापता था.
उसे ढूढंने की बहुत कोशिश की, लेकिन कहीं नहीं मिला. इस पर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद पुलिस की ओर से सूचना मिली कि उसका भाई अपना आश्रम में है. 8 महीने बाद जब वे अपना आश्रम आए, तो उन्हें भाई मिल गया. वह पूरी तरह से सही हो गया है.
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संस्था सचिव रघुनाथ काबरा ने बताया कि प्रकाश नाम का व्यक्ति भुवनेश्वर का (Family from Bhubaneswar of Odisha) रहने वाला है. वह दो साल से अपने घर से गायब था. लगभग 8 माह पूर्व हमें परबतसर के पास मिला. उसकी हालत मानसिक रूप से विक्षिप्त जैसी हो चुकी थी. परबतसर पुलिस के मदद से प्रकाश को अपना घर आश्रम लाया गया था. प्रकाश ना तो घर का पता बता पा रहा था और ना ही खुद का नाम बता पा रहा था.
आश्रम में प्रकाश का इलाज शुरू किया गया और धीरे-धीरे वह ठीक होने लगा. इसके बाद उसे अपना नाम, घर का पता बताया अरौर परिजनों के नाम बताए. सारी जानकारी मिलने के बाद भुवनेश्वर पुलिस को इसकी सूचना दी गई. पुलिस की मदद से प्रकाश की फोटो व डिटेल उसके परिजनों को भेजी गई. परिवार वालों ने प्रकाश को पहचान लिया और उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.