नागौर. पंचायती राज व्यवस्था के तहत जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को साधना राजनीतिक पार्टियों के लिए मुश्किल दिख रहा है. नागौर के नवगठित भैरूंदा पंचायत समिति के चुनाव में टिकट वितरण के बाद उपजी गुटबाजी सोमवार को सड़क पर आ गई. यहां टिकट वितरण के बाद असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने अपनी ही पार्टी के मंडल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को पेड़ से बांध दिया.
इस दौरान नाराज कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और पार्टी का झंडा भी जलाया है. हालांकि, बाद में समझाइश पर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को छोड़ दिया गया लेकिन नाराज कार्यकर्ताओं ने चुनाव में पार्टी के प्रत्याशियों के बहिष्कार की चेतावनी दी है. बताया जा रहा है कि भैरूंदा पंचायत समिति से कई कार्यकर्ताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी. इनमें से कुछ को पूर्व सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने टिकट दिलवाने के भरोसा दिया था लेकिन बाद में दूसरे कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया.
दीया कुमारी का आ रहा टिकट कटवाने में नाम
माना जा रहा है कि राजसमंद सांसद दीया कुमारी के कहने पर किलक समर्थकों का टिकट कटा है. इससे अजय सिंह किलक के समर्थक भाजपा कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा. कार्यकर्ताओं ने भाजपा के हरसौर मंडल अध्यक्ष राजेश वैष्णव और उपाध्यक्ष को पेड़ से बांध दिया और नारेबाजी कर विरोध जताया. इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने भाजपा का झंडा भी जला दिया. नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि टिकट वितरण में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है.
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हालांकि, समझाइश के बाद मंडल अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को छुड़वाया गया है.लेकिन कार्यकर्ताओं का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है. नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के बहिष्कार की चेतावनी दी है. भाजपा के हरसौर मंडल अध्यक्ष राजेश वैष्णव का कहना है कि पार्टी को ऐसे हालात में अपने फैसले पर मंथन करना चाहिए.