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उत्तर प्रदेश के 90 लोगों को नागौर से बस के जरिए भेजा गया जोधपुर, ट्रेन से होंगे यूपी के लिए रवाना

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Published : May 15, 2020, 6:49 PM IST

लॉकडाउन में राज्य सरकारों द्वारा प्रवासियों को घर तक भेजने की कवायद की जा रही है. इसी के चलते नागौर जिले के कई उपखंड मुख्यालयों में लंबे समय से फंसे उत्तर प्रदेश के 90 लोगों को रोडवेज की विशेष बसों के जरिए सरकार से अनुमति मिलने के बाद जोधपुर भेजा गया है. शुक्रवार को सभी प्रवासी जोधपुर से स्पेशल ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश के वाराणसी जाएंगे.

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यूपी के 90 लोगों को नागौर से बस के जरिए भेजा गया जोधपुर

मकराना (नागौर). कोरोनावायरस का प्रकोप जारी है. इससे निपटने के लिए देशभर में लॉगडाउन लागू है. इस दौरान राजस्थान के नागौर जिले में फंसे प्रवासी श्रमिकों के साथ शिक्षा नगरी कुचामन की निजी स्कूल की टीचर्स को उनके गृह राज्य भेजने का सिलसिला जारी है. इसके लिए भारतीय रेल के सहयोग से श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई जा रही है, साथ ही राजस्थान पथ परिवहन निगम की ओर से बसों की व्यवस्था भी की गई है.

यूपी के 90 लोगों को नागौर से बस के जरिए भेजा गया जोधपुर
बता दें, कि जिले से कुल उत्तर प्रदेश के कुल 90 लोगों को सरकार से अनुमति मिलने के बाद रोडवेज की विशेष बसों के जरिए जोधपुर भेजा गया. यह सभी जोधपुर से स्पेशल श्रमिक ट्रेन के जरिए वाराणसी जाएंगे. इस ट्रेन में नागौर के 32, कुचामन से 20, डीडवाना के 15, लाडनू के 12, परबतसर के 2 और मकराना से 10 लोगों को भेजा गया हैं. कुचामन में निजी स्कूल में कार्य करने वाली टीचर सरला का कहना है, कि लॉकडाउन जीवन भर याद रहेंगा. सरकार से विशेष अनुमति मिलने पर आज हमें गृह जिले ट्रेन के जरिए भेजा जा रहा है. वहीं, श्रमिक राजेश का कहना है, कि रेलवे और सरकार के द्वारा दी गई इस निःशुल्क सुविधा पर खुशी जारी करते हुए कहा, कि वह लंबे समय के बाद अपने घर वालों से मिल पाएंगे. पढ़ेंः शेखावत का गहलोत से सवाल...कांग्रेस सरकार के शासन में प्रदेश की बेटियां इतनी असुरक्षित क्यों हैं?

निजी स्कूल में कार्य करने वाली टीचर सुषमा का कहना है, कि स्कूल बंद होने के बाद कई दिनों तक एकांत में उन्हें रहना पड़ा था. जिससे वो मानसिक तौर पर बीमार होने लगी. आखिरकार सरकार से विशेष अनुमति मिलने के बाद अब वह स्पेशल ट्रेन के जरिए जा रहे हैं. राजस्थान सरकार ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी तक इनको भेजने की व्यवस्था की है.

मकराना (नागौर). कोरोनावायरस का प्रकोप जारी है. इससे निपटने के लिए देशभर में लॉगडाउन लागू है. इस दौरान राजस्थान के नागौर जिले में फंसे प्रवासी श्रमिकों के साथ शिक्षा नगरी कुचामन की निजी स्कूल की टीचर्स को उनके गृह राज्य भेजने का सिलसिला जारी है. इसके लिए भारतीय रेल के सहयोग से श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई जा रही है, साथ ही राजस्थान पथ परिवहन निगम की ओर से बसों की व्यवस्था भी की गई है.

यूपी के 90 लोगों को नागौर से बस के जरिए भेजा गया जोधपुर
बता दें, कि जिले से कुल उत्तर प्रदेश के कुल 90 लोगों को सरकार से अनुमति मिलने के बाद रोडवेज की विशेष बसों के जरिए जोधपुर भेजा गया. यह सभी जोधपुर से स्पेशल श्रमिक ट्रेन के जरिए वाराणसी जाएंगे. इस ट्रेन में नागौर के 32, कुचामन से 20, डीडवाना के 15, लाडनू के 12, परबतसर के 2 और मकराना से 10 लोगों को भेजा गया हैं. कुचामन में निजी स्कूल में कार्य करने वाली टीचर सरला का कहना है, कि लॉकडाउन जीवन भर याद रहेंगा. सरकार से विशेष अनुमति मिलने पर आज हमें गृह जिले ट्रेन के जरिए भेजा जा रहा है. वहीं, श्रमिक राजेश का कहना है, कि रेलवे और सरकार के द्वारा दी गई इस निःशुल्क सुविधा पर खुशी जारी करते हुए कहा, कि वह लंबे समय के बाद अपने घर वालों से मिल पाएंगे. पढ़ेंः शेखावत का गहलोत से सवाल...कांग्रेस सरकार के शासन में प्रदेश की बेटियां इतनी असुरक्षित क्यों हैं?

निजी स्कूल में कार्य करने वाली टीचर सुषमा का कहना है, कि स्कूल बंद होने के बाद कई दिनों तक एकांत में उन्हें रहना पड़ा था. जिससे वो मानसिक तौर पर बीमार होने लगी. आखिरकार सरकार से विशेष अनुमति मिलने के बाद अब वह स्पेशल ट्रेन के जरिए जा रहे हैं. राजस्थान सरकार ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी तक इनको भेजने की व्यवस्था की है.

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