कुचामनसिटी. चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग के बाद पूरा देश जश्न मना रहा है. इस कामयाबी के लिए इसरो के वैज्ञानिकों को इस मौके पर श्रेय भी दिया जा रहा है. इसी सिलसिले में डीडवाना कुचामन जिले के कुचामन क्षेत्र में भी जश्न का दौर लगातार जारी है. क्योंकि चंद्रयान-3 से जुड़े वैज्ञानिकों की टीम में कुचामन क्षेत्र के भी तीन युवा वैज्ञानिक शामिल रहे हैं.
इस क्रम में गुरुवार को कुचामनसिटी में विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई. साथ ही चंद्रयान-3 से जुड़े वैज्ञानिकों की टीम में कुचामन क्षेत्र के तीन युवा वैज्ञानिकों के परिवार के सदस्यों का सम्मान समारोह भी रखा गया. आयोजित सम्मान समारोह के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. तीनो वैज्ञानिकों विकास चारण, रवि पारीक और सुनीता खोखर के परिजनों का कुचामन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा के किसान मोर्चा के बीकानेर संभाग प्रभारी ज्ञानाराम रणवां की ओर से स्वागत और अभिनंदन किया गया.
ज्ञानाराम रणवां ने बताया कि कुचामन के विकास चारण इलेक्ट्रॉनिक्स दल में शामिल रहे. उन्होंने चंद्रयान 3 के ऑर्बिट से सफलतापूर्वक सेपरेशन होने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई. वैज्ञानिक रवि पारीक चंद्रयान 3 के मेकेनिकल दल में शामिल रहे. चंद्रयान 3 से जुड़े कुचामन की तीसरी प्रतिभा डाकीपुरा की सुनीता खोखर हैं जिन्होंने स्कूली शिक्षा कुचामन में ली और बाद में इसरो से जुड़कर चंद्रयान 3 की टीम का हिस्सा बनी.
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सुनीता खोखर चंद्रयान 3 के सेंसर बनाने वाली टीम में शामिल रही हैं. कार्यक्रम से पहले कुचामन क्षेत्र में चंद्रयान 3 तिरंगा यात्रा निकाली गई जो कि शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी. इसमें शहर के लोगों के साथ-साथ विद्यार्थी वर्ग भी शामिल हुए. इस मौके पर कुचामन के पुराने बस स्टैंड पर जोरदार आतिशबाजी भी की गई. सभी ने इसरो की टीम का आभार जताया, जिनकी वजह से आज देश को विश्व पटल पर सम्मान मिला है.