नागौर. राजस्थान में कोरोना की धमक के बीच करीब 36 दिन तक अपने आप को कोरोना संक्रमित मरीजों की सूची से बाहर रखने वाले नागौर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शनिवार को जिला मुख्यालय से सटे बासनी गांव में कोरोना बम फूटा, जहां एक साथ 11 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. अब केवल बासनी गांव में ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 18 हो गया है. जबकि जिलेभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 26 हो गई है, इनमें एक महिला कांस्टेबल भी है.
बता दें, कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला भी बासनी में ही सामने आया था, यहां 5 अप्रैल को एक बुजुर्ग कोरोना वायरस से संक्रमित मिला था. यह व्यक्ति 17 मार्च को नागौर आया था, इसके बाद से ही अपने गांव बासनी में रह रहा था. फिर एक युवती सहित पांच लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले थे. बासनी गांव में ही शुक्रवार रात को भी एक गर्भवती महिला कोरोना वायरस से संक्रमित मिली थी, उसका पति पिछले दिनों मुम्बई से आया था. हालांकि पति के सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
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दरअसल, कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद 5 अप्रैल को ही बासनी में कर्फ्यू लगाकर जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित कर दिया गया था. इसके बाद से ही मुख्य सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर भी निगरानी की जा रही है, ताकि लोग कर्फ्यू का उल्लंघन नहीं करे. पुलिस भी कर्फ्यू की पालना को लेकर मुस्तैद है. कर्फ्यू के बावजूद घरों से बाहर निकलने वालों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं, लेकिन फिर भी कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बासनी गांव से सामने आ रहे हैं. ऐसे में चिकित्सा विभाग और प्रशासन की नींद उड़ी हुई है.