कोटा. नई शिक्षा नीति (National Education Policy 2020) के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस का सब्जेक्ट विद्यार्थियों को पढ़ाया जाना है. इसको लेकर कोटा में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस वर्कशॉप का आयोजन सीबीएसई और अन्य स्कूलों के साथ ही प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में सहोदय स्कूल कांप्लेक्स में किया गया. जिसमें मौजूद शिक्षकों व प्रिंसिपल को दिल्ली से आई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कंटेंट डेवलपर मीनाक्षी अनेजा ने (Meenakshi Aneja Content Developer) संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा एक से ही विद्यार्थियों को डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जोड़ने की योजना है. अनेजा ने कहा कि आने वाला समय टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है. ऐसे में सभी को इससे अवगत होने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आज हेल्थ केयर से लेकर एंटरटेनमेंट जगत हो या फिर डिफेंस या अन्य कोई भी सेक्टर हर समस्या का समाधान आईए के पास है. खैर, ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी पहले से है, लेकिन उसको आगे बढ़ाने की जरूरत है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही मशीनों को इंसानों की तरह सोचने की काबिलियत देता है. जिस तरह से इंसान के लिए निर्णय लेना आसान होता है. वैसे ही मशीन के लिए गणितीय समाधान सरल होता है.
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मीनाक्षी ने बताया कि जब टीचर बच्चों को पढ़ाते हैं, तब सभी बच्चों पर ध्यान देना मुश्किल होता है. वहीं, टीचर्स को कई काम होते हैं. ऐसे में अब यह काम एआई मॉडल के रूप में रोबोट करेगा. जिससे टीचर्स को भी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा लोग अभी डर रहे हैं कि मशीनें काम करेंगी तो उनके लिए खतरा होगा, लेकिन हकीकत ठीक इसके विपरीत है.