कोटा. जिले के हाड़ौती में हुई अतिवृष्टि के कारण किसानों को खरीफ की फसल में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए किसान रबी की फसल से उम्मीद कर रहे हैं. जिसकी तैयारी किसान और कृषि विभाग ने शुरू कर दी है.
इस बार जिले में करीब 2 लाख 62 हजार हेक्टेयर भूमि पर रबी की फसल की जाएगी, जिसमें सर्वाधिक गेहूं बोया जाएगा. वहीं कृषि विभाग के लक्ष्य के अनुसार करीब 12 हजार 500 हेक्टेयर जमीन पर गेहूं की बुवाई प्रस्तावित है. लेकिन यह बढ़कर 1 लाख 52 हजार की जा सकती है.
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1 लाख 42 हजार 74 हेक्टेयर बोया जाएगा गेहूं
अधिकारियों का कहना है कि पिछली बार 1 लाख 42 हजार 74 हेक्टेयर पर गेहूं बोया गया था. वहीं इस बार कृषि विभाग में चने की बुवाई का लक्ष्य 25 हजार हेक्टेयर रखा है. लेकिन पिछली बार ही 35 हजार 866 हेक्टेयर में चने की बुवाई हुई थी. ऐसे में कृषि विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि लक्ष्य से 5 हजार से ज्यादा 30 हजार हेक्टेयर में चने की बुवाई किसान करेंगे.
धनिया की बुवाई 10 हजार 170 हेक्टेयर में
वहीं धनिया की बुवाई जहां पर पिछले साल 10 हजार 170 हेक्टेयर में हुई थी, यह बढ़कर इस बार 15 हजार हेक्टेयर पहुंचने का आकलन कृषि विभाग ने किया है. कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल 61 हजार 361 हेक्टेयर में सरसों की फसल बोई गई थी.
सरसों की बुवाई 40 हजार हेक्टेयर में
वहीं इस बार रकबा कम होने की उम्मीद है. कृषि विभाग के लक्ष्य के अनुसार 40 हजार हेक्टेयर में सरसों की बुवाई होना प्रस्तावित है. लेकिन यह 25 हजार के आसपास ही होगी. विभाग के अधिकारियों का यह भी कहना है कि वर्तमान में सरसों की बुवाई का समय चल रहा है, लेकिन उसकी बुवाई नगण्य ही हो रही है.
कृषि विभाग ने तय किया फसल लक्ष्य
- रकबा (हेक्टेयर) गेंहू- 125000
- सरसों- 40000
- चना- 25000
- अलसी- 1000
- जौ- 1000
- धनिया- 15000
- अन्य - 55000
- कुल - 262000