रामगंजमंडी (कोटा). जिले के रामगंजमंडी उपखंड के मोडक कस्बे में स्थिति निजी सीमेंट फैक्ट्री में क्षेत्रवासियों के लिए रोजगार नहीं देने की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है. स्थानीय ग्रामीणों ने इस मामले में नवनियुक्त उपखण्ड अधिकारी देशलदान से रोजगार दिलाने के लिए गुहार लगाई है. वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी सौंपा है.
पहले भी कई बार सीमेंट फैक्ट्री के बाहर स्थानीय युवकों को रोजगार दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया, लेकिन अभी तक क्षेत्र के युवाओं को क्षेत्र की सीमेंट फैक्ट्री में योग्यता के आधार पर भी रोजगार नहीं मिल पाया है. सोमवार को भाजपा के पदाधिकारियों व ग्रामीणों ने उपखण्ड कार्यालय पहुंचकर जिला महामंत्री नरेंद्र राजा के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी देशलदान से मुलाकात की और जल्द ही समाधान की गुहार लगाई.
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वहीं क्षेत्र में निजी सीमेंट फैक्ट्री करीब 40 वर्षों से उद्योग क्षेत्र में है, जिसमें आसपास पंचायतों के किसानों की जमीन कम कीमत पर खरीदना व उन्हें फैक्ट्री में रोजगार आश्वासन भी दिया गया, लेकिन इतने वर्षों बाद आज भी स्थानीय युवा रोजगार के लिए फैक्ट्री के चक्कर काट रहा है. वहीं सीमेंट फैक्ट्री दूसरे शहर के लोगों को रोजगार दे रही है, जबकि दूसरे शहर के लोगों के पास जो डिग्री होती है, जो शिक्षा होती है, वही स्थानीय युवकों के पास भी है. इसके बावजूद स्थानीय युवकों को अपने ही क्षेत्र में चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधक पर आरोप लगाया कि मंगलम के प्रबंधक मनमानी रूप से भाई भतीजावाद के आधार पर रोजगार दे रहे हैं, जो इनके मिलने वाले व संबंधित रिश्तेदार होते हैं, केवल वो ही रोजगार कर रहे हैं, जबकि क्षेत्र का युवा रोजगार के लिए फैक्ट्री के बाहर हाथों में डिग्रियां लेकर खड़ा है.
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वहीं खैराबाद मंडल अध्यक्ष रामरतन शर्मा ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को पत्र सौंपा है. अगर 7 दिन में भी फैक्ट्री द्वारा को स्थानीय युवकों को रोजगार नहीं दिया गया तो भाजपा कार्यकताओं व ग्रामीणों द्वारा का उग्र आंदोलन किया जाएगा.