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सेब से भी महंगी हुई सब्जियां, कई के दाम 100 के पार

सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हालात ये हैं कि फल भी सब्जियों से सस्ते हैं. सब्जियों के महंगे होने से आम गृहणी का बजट बिगड़ गया है. व्यापारियों का कहना है कि पिछले दिनों बारिश और आंधी के चलते सब्जियों के फूल गिर गए. इसके चलते कीमतों में उछाल आया (Increase in vegetables prices in Kota) है. व्यापारियों का कहना है कि टिंडे, फूल गोभी, गिलकी, नींबू व शिमला मिर्च के दाम 100 रुपए से पार हैं.

Vegetables prices increased in Kota, even apple is cheaper than vegetables
सेब से भी महंगी हुई सब्जियां, कई के दाम 100 के पार
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Published : Oct 24, 2022, 11:21 AM IST

Updated : Oct 24, 2022, 12:39 PM IST

कोटा. सब्जियों के दाम दोगुने से तीन गुने हो गए हैं. बीते साल से इस समय सब्जियों के दाम दोगुने से भी ज्यादा (Increase in vegetables prices in Kota) हैं. जिससे हर घर का बजट बिगड़ गया है. व्यापारियों का कहना है कि अधिकांश फलों के दाम सब्जियों से कम हैं. जिनमें सेब, केला, पपीता, नाशपाती शामिल है. जबकि टिंडे, फूल गोभी, गिलकी, नींबू व शिमला मिर्च के दाम 100 रुपए से पार हैं.

दादाबाड़ी सब्जी मंडी में व्यापार करने वाले अशोक कुमार अग्रवाल का कहना है कि इस बार सब्जी सही समय पर नहीं आई. पहले हुई बारिश और आंधी के चलते सब्जियों के फूल नीचे गिर गए. जिनमें फसल में देरी हो गई है. हालांकि व्यापारियों का कहना है कि सेब के दाम भी बीते साल काफी ज्यादा थे, लेकिन इस बार कश्मीर और हिमाचल में अच्छी फसल हुई है, जिसके चलते दाम कम हैं.

सब्जियों के दाम दोगुने से भी हुए ज्यादा, बिगड़ा बजट

पढ़ें: फलों से महंगी सब्जियां : केला पर भारी प्याज, अनार और सेब से महंगे टिंडे...नींबू के आगे सब पस्त

सामान्य से 3 गुना दाम पर पहुंची इंपोर्टेड सब्जियां: दूसरी तरफ, कोटा में दशहरा मेला भी चल रहा है. इसके चलते गोभी के पकोड़े और अन्य फास्ट फूड में भी सब्जियों की डिमांड बढ़ गई है. इसी कारण सप्लाई कम होने और डिमांड ज्यादा होने से भी दाम बढ़े हैं. फास्ट फूड में उपयोग आने वाली इंपोर्टेड सब्जियों के तो दाम ही आसमान छू रहे हैं. इसके चलते फास्ट फूड कॉर्नर संचालित करने वाले लोगों के लिए खासी परेशानी बनी हुई है. उन्हें तीन गुने दाम पर सब्जी खरीदने पड़ रही है. इनमें ब्रोकली के दाम 400 रुपए किलो तक हैं. वहीं लाल पीली शिमला मिर्च 280, बींस फली 140 व नीली पत्ता गोभी 300 रुपए किलो पहुंच गई है. इसके चलते फास्ट फूड में इनका उपयोग भी दुकानदारों ने कम कर दिया है.

पढ़ें: महंगाई ने लगाया तड़का तो सब्जियों के दाम हुए बेकाबू...टमाटर हुआ 80 तो मटर पहुंचा 120 रुपए किलो

रूटीन की एक भी सब्जी 50 रुपए किलो से कम नहीं: तलवंडी निवासी ऋचा दादाबाड़ी सब्जी मंडी में पहुंची थीं. उनका कहना है कि हर सब्जी में उपयोग आने वाले टमाटर भी 30 रुपए किलो मिल रहे थे, लेकिन एकाएक 1 सप्ताह में दाम बढ़कर 60 रुपए किलो से ज्यादा हो गए हैं. इसी तरह से तलवंडी निवासी विनोद का भी कहना है कि सब्जियों के दाम महंगे हो रहे हैं. एक भी सब्जी का दाम 50 रुपए किलो से कम नहीं है. अब रूटीन में एक समय की सब्जी ही 100 रुपए किलो से ऊपर पहुंच गई है. इसका उपयोग भी बंद नहीं कर सकते हैं. हरी सब्जियों के दाम भी इसी तरह से बढ़े हुए हैं.

पढ़ें: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने बिगाड़ा बजट, सब्जियों के दाम आसमान पर...आम आदमी की टूटी कमर

बाजार में 40 से 80 के बीच में मिल रहे हैं ये फल:

  • सेव - 50 से 100
  • केला - 30 से 40
  • मौसमी - 40 से 50
  • अनार - 80 से 150
  • पपीता - 35 से 50
  • नारियल पानी - 50 प्रति नग
  • पाइनएप्पल - 50 से 60
  • मीठी नाशपाती इमरती - 80 से 100
  • कीवी - 140 (4 पीस)

रूटीन की सब्जी 3 गुने दाम पर महंगी

सब्जीबीते सालइस साल (रुपए प्रति किलो)
प्याज10 से 1515 से 25
आलू15 से 2025 से 30
पत्ता गोभी20 से 3050 से 60
फूलगोभी60 से 8080 से 120
गिलकी20 से 3060 से 80
लौकी 10 से 2020 से 30
बैंगन20 से 3040 से 50
भिंडी 15 से 2030 से 40
पालक10 से 1530 से 40
कद्दू10 से 1515 से 25
मूली 10 से 2020 से 30
खीरा10 से 2020 से 40
शिमला मिर्च50 से 60100 से 120
गाजर20 से 2535 से 50
नीबूं 30 से 4080 से 100
करेला 20 से 2540 से 50
हरी मिर्च25 से 30 40 से 60
धनियां40 से 50 80 से 120
टिंडे40 से 5080 से 120
फलबीते सालइस साल (रुपए प्रति किलो)
ब्रोकली 120 से 200280 से 400
लाल व पीली शिमला मिर्च120 से 180180 से 280
मशरूम पैकिट30 से 4050 से 60
बीन्स फली 60 से 80120 से 140
नीली पत्ता गोभी100 से 150250 - 300

कोटा. सब्जियों के दाम दोगुने से तीन गुने हो गए हैं. बीते साल से इस समय सब्जियों के दाम दोगुने से भी ज्यादा (Increase in vegetables prices in Kota) हैं. जिससे हर घर का बजट बिगड़ गया है. व्यापारियों का कहना है कि अधिकांश फलों के दाम सब्जियों से कम हैं. जिनमें सेब, केला, पपीता, नाशपाती शामिल है. जबकि टिंडे, फूल गोभी, गिलकी, नींबू व शिमला मिर्च के दाम 100 रुपए से पार हैं.

दादाबाड़ी सब्जी मंडी में व्यापार करने वाले अशोक कुमार अग्रवाल का कहना है कि इस बार सब्जी सही समय पर नहीं आई. पहले हुई बारिश और आंधी के चलते सब्जियों के फूल नीचे गिर गए. जिनमें फसल में देरी हो गई है. हालांकि व्यापारियों का कहना है कि सेब के दाम भी बीते साल काफी ज्यादा थे, लेकिन इस बार कश्मीर और हिमाचल में अच्छी फसल हुई है, जिसके चलते दाम कम हैं.

सब्जियों के दाम दोगुने से भी हुए ज्यादा, बिगड़ा बजट

पढ़ें: फलों से महंगी सब्जियां : केला पर भारी प्याज, अनार और सेब से महंगे टिंडे...नींबू के आगे सब पस्त

सामान्य से 3 गुना दाम पर पहुंची इंपोर्टेड सब्जियां: दूसरी तरफ, कोटा में दशहरा मेला भी चल रहा है. इसके चलते गोभी के पकोड़े और अन्य फास्ट फूड में भी सब्जियों की डिमांड बढ़ गई है. इसी कारण सप्लाई कम होने और डिमांड ज्यादा होने से भी दाम बढ़े हैं. फास्ट फूड में उपयोग आने वाली इंपोर्टेड सब्जियों के तो दाम ही आसमान छू रहे हैं. इसके चलते फास्ट फूड कॉर्नर संचालित करने वाले लोगों के लिए खासी परेशानी बनी हुई है. उन्हें तीन गुने दाम पर सब्जी खरीदने पड़ रही है. इनमें ब्रोकली के दाम 400 रुपए किलो तक हैं. वहीं लाल पीली शिमला मिर्च 280, बींस फली 140 व नीली पत्ता गोभी 300 रुपए किलो पहुंच गई है. इसके चलते फास्ट फूड में इनका उपयोग भी दुकानदारों ने कम कर दिया है.

पढ़ें: महंगाई ने लगाया तड़का तो सब्जियों के दाम हुए बेकाबू...टमाटर हुआ 80 तो मटर पहुंचा 120 रुपए किलो

रूटीन की एक भी सब्जी 50 रुपए किलो से कम नहीं: तलवंडी निवासी ऋचा दादाबाड़ी सब्जी मंडी में पहुंची थीं. उनका कहना है कि हर सब्जी में उपयोग आने वाले टमाटर भी 30 रुपए किलो मिल रहे थे, लेकिन एकाएक 1 सप्ताह में दाम बढ़कर 60 रुपए किलो से ज्यादा हो गए हैं. इसी तरह से तलवंडी निवासी विनोद का भी कहना है कि सब्जियों के दाम महंगे हो रहे हैं. एक भी सब्जी का दाम 50 रुपए किलो से कम नहीं है. अब रूटीन में एक समय की सब्जी ही 100 रुपए किलो से ऊपर पहुंच गई है. इसका उपयोग भी बंद नहीं कर सकते हैं. हरी सब्जियों के दाम भी इसी तरह से बढ़े हुए हैं.

पढ़ें: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने बिगाड़ा बजट, सब्जियों के दाम आसमान पर...आम आदमी की टूटी कमर

बाजार में 40 से 80 के बीच में मिल रहे हैं ये फल:

  • सेव - 50 से 100
  • केला - 30 से 40
  • मौसमी - 40 से 50
  • अनार - 80 से 150
  • पपीता - 35 से 50
  • नारियल पानी - 50 प्रति नग
  • पाइनएप्पल - 50 से 60
  • मीठी नाशपाती इमरती - 80 से 100
  • कीवी - 140 (4 पीस)

रूटीन की सब्जी 3 गुने दाम पर महंगी

सब्जीबीते सालइस साल (रुपए प्रति किलो)
प्याज10 से 1515 से 25
आलू15 से 2025 से 30
पत्ता गोभी20 से 3050 से 60
फूलगोभी60 से 8080 से 120
गिलकी20 से 3060 से 80
लौकी 10 से 2020 से 30
बैंगन20 से 3040 से 50
भिंडी 15 से 2030 से 40
पालक10 से 1530 से 40
कद्दू10 से 1515 से 25
मूली 10 से 2020 से 30
खीरा10 से 2020 से 40
शिमला मिर्च50 से 60100 से 120
गाजर20 से 2535 से 50
नीबूं 30 से 4080 से 100
करेला 20 से 2540 से 50
हरी मिर्च25 से 30 40 से 60
धनियां40 से 50 80 से 120
टिंडे40 से 5080 से 120
फलबीते सालइस साल (रुपए प्रति किलो)
ब्रोकली 120 से 200280 से 400
लाल व पीली शिमला मिर्च120 से 180180 से 280
मशरूम पैकिट30 से 4050 से 60
बीन्स फली 60 से 80120 से 140
नीली पत्ता गोभी100 से 150250 - 300
Last Updated : Oct 24, 2022, 12:39 PM IST
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