कोटा. नयापुरा निवासी रवि वाल्मीकि की करंट की चपेट में आ जाने के चलते बुधवार रात को मौत हो गई थी. इसके विरोध में वाल्मीकि समाज के लोग सुबह से ही महर्षि नवल सर्कल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. मामले में बीजेपी भी परिजनों के साथ नजर आई. प्रदर्शनकारियों और प्रशासन में सहमति बनने के बाद हाइवे पर लगा जाम खुल पाया.
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी, रामबाबू से लेकर कई नेता भी यहां पर पहुंचे थे. दोपहर करीब 1 बजे के आसपास इन लोगों ने प्रशासन पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए नेशनल हाइवे 12 को जाम कर दिया. इसके चलते नयापुरा से गुजर रहे सभी रास्तों पर जाम जैसे हालात बन गए. पुलिस ने वाहनों को दूसरी तरफ डायवर्ट भी किया, लेकिन जाम नहीं खुल पाया. बाद में करीब 3 घंटे बाद जब प्रदर्शनकारियों की मांगे पूरी हुई, तब जाम खुला.
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भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री जगदीश जिंदल ने कहा कि इस पूरे मामले में नगर विकास न्यास और कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड की गलती है. क्योंकि उन्होंने खुले तार छोड़ दिए थे और इसी खुले तार की चपेट में चाय पीने के लिए होटल पर पहुंचे रवि वाल्मीकि की मौत हुई थी. जाम लगाने के बाद ही जिला प्रशासन और पुलिस के अलग अधिकारी सतर्क हो गए और महर्षि नवल सर्कल के नजदीक पहुंचे व इन लोगों से बातचीत की गई.
मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी बृजमोहन बैरवा ने कहा कि परिजनों को 5 लाख रुपए केईडीएल के जरिए दिलाए गए हैं. इसके अलावा 5 लाख रुपए सीएम रिलीफ फंड से दिलाने की कार्रवाई शुरू की है. संविदा पर एक नौकरी दिलाने के लिए जिला कलेक्टर ने सहमति जताई है. एक कियोस्क भी परिजनों को दिया जाएगा. एडिशनल एसपी भगवत सिंह हिंगड़ का कहना है कि जाम को खुलवा दिया गया है. वहीं रवि वाल्मीकि के शव की अंत्येष्टि के लिए भी परिजन तैयार हो गए.