कोटा. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल रविवार को कोटा के दौरे पर रहे. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आगामी चुनाव और उनके शासन को लेकर हमला बोला. उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के राजस्थान दौरों पर सवाल उठाने को लेकर पीयूष गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डर गए हैं. वे चुनाव हारने के लिए तैयार हो गए हैं. उनको अनुमान हो गया है कि राजस्थान की जनता पूरी तरह से मन बना चुकी है और गहलोत को घर जाना है.
नाम बदलने से चरित्र नहीं बदलता : विपक्षी इंडिया गठबंधन पर पीयूष गोयल ने कहा कि नाम बदलने से चरित्र नहीं बदलता है, नेता की क्षमता नहीं बदलती है. नाम बदलने से कोई दिल मिलन नहीं हो जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपीए के कार्यकाल में देश में अनिश्चिता व तोड़फोड़ रहती थी. एक दूसरे को ब्लैकमेल करते थे. भ्रष्टाचार के कांड एक के बाद एक खुल रहे थे. कांग्रेस में भ्रष्टाचार करने में कुछ नहीं छोड़ा, जमीन, आसमान और अंतरिक्ष भी नहीं छोड़ा था. कोयला, टेलीकॉम, देवास अंतरिक्ष और कॉमनवेल्थ में भी घोटाले किए गए थे. इसलिए नाम बदलने से उनकी करतूत नहीं बदलेगी.
विपक्षी नेता आपस में कर रहे हैं गाली-गलौच : उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तो अपने शासन के दौरान भ्रष्टाचार को राजनीतिक गठबंधन की मजबूरी बताया था. दिल्ली, पंजाब, पश्चिम बंगाल, केरल और तमिलनाडु सब जगह पर गठबंधन के नेता आपस में गाली गलौच कर रहे हैं. सनातन धर्म पर बयानबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि एक पार्टी का युवराज, जिसे लोग आने वाला मुख्यमंत्री कहते हैं, वह भद्दे तरीके से भारत और भारतीयता पर अटैक कर रहा है. भारत के लोगों की आस्था और दिलों पर जो चोट पहुंचाई है, किसी भी समुदाय का भारतवासी माफ नहीं कर सकता है. यह विपक्षी गठबंधन की साजिश और षड्यंत्र है.
मीडिया को ही बता दिया जिम्मेदार : पीयूष गोयल ने कहा कि एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत होगी और तेज गति से राजस्थान में विकास होगा. सीएम फेस और गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने इनकार कर दिया और कहा कि मीडिया में हेडलाइन बनाने के लिए यह चल रहा है. हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं के आधार पर काम करती है. सभी ईमानदारी और अच्छी तरह से काम करते हैं. परिवर्तन यात्रा में भीड़ को लेकर उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों ने बहुत अच्छा स्वागत किया. बहुत आशीर्वाद दिया. धीरे-धीरे राजस्थान में लोगों का मूड बदल गया है. अब मीडिया की हेडलाइन भी बदलनी शुरू हो गई है.