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कोटा: अतिक्रमण हटाने के बाद भी व्यापारियों को थमाया जा रहा नोटिस, मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

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Published : Feb 26, 2021, 10:22 PM IST

सांगोद में व्यापारियों ने नगर पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर दिए जा रहे नोटिस को लेकर मुख्यमंत्री और सांगोद विधायक के नाम ज्ञापन दिया. व्यापारियों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के बाद भी नगर पालिका की ओर चेतावनी और नोटिस दिया जा रहा है.

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मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

सांगोद (कोटा). सांगोद के चैतन्य हनुमान मंदिर पर अतिक्रमण हटाने को लेकर शुक्रवार को सांगोद व्यापार संघ की बैठक आयोजित हुई. जिसमें व्यापारियों ने नगर पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर दी जा रही चेतावनी और नोटिस पर चर्चा की गई.

व्यापारियों का कहना है कि नगर पालिका के अधिकारियों की चेतावनी के बाद अधिकतर व्यापारियों ने स्वतः अतिक्रमण को हटा लिया है. इसके बाद भी नगर पालिका की ओर से दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं. जिससे व्यापारियों में डर और रोष व्यापत है.

बैठक में व्यापारियों ने पालिका कर्मचारियों की ओर से नोटिस देने के दौरान अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने का भी आरोप लगाया. बैठक के बाद व्यापार संघ के पदाधिकारी ने सदस्यों के साथ उपखंड कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री और सांगोद विधायक के नाम ज्ञापन दिया.

पढ़ें- कोटा: 180 से ज्यादा गति से दौड़ाकर किया नए बने 3AC कोच का ट्रॉयल, ट्रेन में रीडिंग लाइट भी होगी

ज्ञापन में व्यापारियों ने कहा कि व्यापारी कोरोना महामारी के कारण पिछले 1 वर्ष से पहले ही परेशान हैं. ऐसे में अतिक्रमण अभियान को लेकर व्यापारियों की परेशानी और बढ़ गई हैं. साथ ही कहा कि व्यापारियों को धूप, पानी से बचाव हेतु टीन शेड के लिए 6 फिट और सीढ़ी के लिए 5 फीट की जगह दी जाए और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाए, सभी को समान मानकर अतिक्रमण हटाया जाए.

साथ ही व्यापारियों ने कहा कि भविष्य में जब भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हो तो वह उजाड़ नदी सीमा से प्रारंभ की जाए. साथ ही अतिक्रमण हटाने से पहले व्यापारियों को लाइन दी जाए.

सांगोद (कोटा). सांगोद के चैतन्य हनुमान मंदिर पर अतिक्रमण हटाने को लेकर शुक्रवार को सांगोद व्यापार संघ की बैठक आयोजित हुई. जिसमें व्यापारियों ने नगर पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाने को लेकर दी जा रही चेतावनी और नोटिस पर चर्चा की गई.

व्यापारियों का कहना है कि नगर पालिका के अधिकारियों की चेतावनी के बाद अधिकतर व्यापारियों ने स्वतः अतिक्रमण को हटा लिया है. इसके बाद भी नगर पालिका की ओर से दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं. जिससे व्यापारियों में डर और रोष व्यापत है.

बैठक में व्यापारियों ने पालिका कर्मचारियों की ओर से नोटिस देने के दौरान अभद्रता पूर्ण व्यवहार करने का भी आरोप लगाया. बैठक के बाद व्यापार संघ के पदाधिकारी ने सदस्यों के साथ उपखंड कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री और सांगोद विधायक के नाम ज्ञापन दिया.

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ज्ञापन में व्यापारियों ने कहा कि व्यापारी कोरोना महामारी के कारण पिछले 1 वर्ष से पहले ही परेशान हैं. ऐसे में अतिक्रमण अभियान को लेकर व्यापारियों की परेशानी और बढ़ गई हैं. साथ ही कहा कि व्यापारियों को धूप, पानी से बचाव हेतु टीन शेड के लिए 6 फिट और सीढ़ी के लिए 5 फीट की जगह दी जाए और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाए, सभी को समान मानकर अतिक्रमण हटाया जाए.

साथ ही व्यापारियों ने कहा कि भविष्य में जब भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हो तो वह उजाड़ नदी सीमा से प्रारंभ की जाए. साथ ही अतिक्रमण हटाने से पहले व्यापारियों को लाइन दी जाए.

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