कोटा. शहर पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहा हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद इशरत उर्फ नांजी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ अब तक 18 मुकदमे दर्ज हैं. जिनमें हत्या, फिरौती वसूलना, जानलेवा हमले के साथ-साथ आर्म्स एक्ट के मुकदमे शामिल हैं. आरोपी बच्चा गैंग का सक्रिय सदस्य रहा है. साथ ही वर्तमान में गैंग का मुखिया बनकर संचालन भी कर रहा था.
कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी कोटा रेंज स्तर पर टॉप टेन अपराधियों में पहले नंबर पर है. उसके खिलाफ राजस्थान और मध्य प्रदेश के थानों में करीब 18 मुकदमे दर्ज हैं. जिनमें से 12 मुकदमों में वह फरार था, पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई थी. जबकि अन्य के मुकदमे उसके खिलाफ न्यायालय में लंबित चल रहे हैं. जिनमें भी वह पेशियों पर नहीं जा रहा था. आरोपी के बूंदी के देई थाने के लाम्बा बरड़ा में होने की सूचना मिली थी. जिस पर उद्योगनगर सीआई मनोज सिंह सिकरवार व नीरज गुप्ता के नेतृत्व में टीम भेजी गई थी. जहां से आरोपी को डिटेन कर कोटा लाया गया था. जिसके बाद गिरफ्तार किया है.
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एसपी चौधरी के अनुसार नांजी के खिलाफ ज्यादातर मुकदमे कोटा संभाग के अलग-अलग स्थानों में है. इसके अलावा इंदौर में भी उसने वारदात को अंजाम दिया है. वर्तमान में वह इधर-उधर छुप रहा था. वह लोगों से फिरौती वसूलने का काम कर रहा था. आरोपी की उम्र 26 साल है, लेकिन वह 18 साल से भी कम उम्र में इस अपराध की दुनिया में जुड़ गया था. उसके 8 साल में ही 18 मुकदमे हो गए हैं और जो भी गंभीर धाराओं में दर्ज हैं.
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कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ 71 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है. जिसमें 50 हजार कोटा रेंज आईजी, 20 हजार इंदौर रेंज आईजी और 1 हजार रुपए झालावाड़ एसपी ने घोषित किया है. आरोपी पूरे भारत में कई जगह पर भाग रहा था. पुलिस लंबे समय से इसका पीछा कर रही थी.