सांगोद (कोटा). क्षेत्र के रोलाना गांव के ग्रामीण इन दिनों नरकीय जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं. गांव में तेज बारिश होते ही गांव को जोड़ने वाली पुलिया पर पानी आ जाता है. जिससे वहां के स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं पानी के कारण इस क्षेत्र में करीब दो महीना से पंचायत मुख्यालय से संपर्क टूटा हुआ है.
ऐसे में ग्रामीण गजेंद्र सिंह ने बताया कि भारी बरसात में गांव का संपर्क अन्य गांवों से कट जाता है. पुलिया की ऊंचाई कम होने से पिछले दो महीने से यहां पर बनी उजाड़ नदी की पुलिया पर तीन फीट तक पानी की चादर चल रही है. ऐसे में आने-जाने वाले ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं दूसरी ओर निरंजन शर्मा ने बताया कि गांव में बीमार होने के बावजूद भी रास्ते के अभाव में लोग घर पर रहने को मजबूर है. बीमार होने पर गांव वालों का भगवान ही एक मात्र सहारा होता है. इस गांव में सड़क नहीं होने के कारण इसका किसी दूसरे गांव से संपर्क टूट जाता है. वहीं यहां पर कार्यरत शिक्षकों को भी पानी से होकर ही स्कूल तक जाना पड़ता है. यहां से काफी संख्या में बच्चे कुन्दनपुर अध्यन करने जाते हैं. ऐसे में पुलिया सकरी होने के वजह से उनको पानी में से होकर ही गुजरना पड़ता है.