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Special : नीट यूजी परीक्षा देने वाले स्टूडेंट ने यह किया तो सफलता के बढ़ जाएंगे चांस

अंतिम माह में विद्यार्थी किस तरह से मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी की तैयारी करें. इस प्रवेश परीक्षा के लिए एक्सपर्ट देव शर्मा ने गुर बताएं हैं, जिसमें टाइम टेबल मैनेजमेंट से लेकर एग्जाम टाइम के अनुसार बायोलॉजिकल क्लॉक को सेट करना और लिखने की प्रेक्टिस करने के साथ क्या-क्या पढ़ना चाहिए, यह भी बताया है.

NEET UG Exam
नीट यूजी की तैयारी
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Published : Apr 9, 2023, 3:28 PM IST

Updated : Apr 9, 2023, 4:45 PM IST

नीट यूजी परीक्षा को लेकर एक्सपर्ट की राय...

कोटा. देश के मेडिकल कॉलेजों की एक लाख से ज्यादा सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित हो रही एकमात्र प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 का आयोजन 7 मई को होना है. अब इसके आयोजन में एक महीने से भी कम समय बचा है, साथ ही परीक्षा पेन पेपर मोड पर आयोजित होगी और इसे वन नेशन वन एग्जाम के थीम पर ही आयोजित किया जाता है. ऐसे में विद्यार्थियों को इस साल अगर नीट यूजी के जरिए मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं मिलता, तो उन्हें अगले साल तक इंतजार करना होगा. ऐसे में कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने अंतिम माह में विद्यार्थी किस तरह से तैयारी इस प्रवेश परीक्षा के लिए करें, उसके गुर बताएं हैं.

1. पढ़ाई से रिलेटेड यह काम जरूर करें :

बायोलॉजी को एनसीईआरटी को शब्दशह पढ़ें: बायोलॉजी के 50 प्रश्न पूछे जाने हैं, जिनमें से 45 का उत्तर विद्यार्थियों को देना है. इसमें एनसीईआरटी की बुक को शब्दशह पढ़ना होगा. बीते कई सालों में इस तरह से ही प्रश्न पूछे गए हैं, जहां तक 98 फीसदी प्रश्न इन्हीं में से निकल कर आते हैं.

इन ऑर्गेनिक केमेस्ट्री को भी एनसीईआरटी से कंप्लीट करें: बायोलॉजी की तरह इन ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में भी इसी तरह से शब्दशह कंप्लीट विद्यार्थियों को करना होगा. इससे सफलता के चांस बढ़ जाएंगे.

फिजिकल केमिस्ट्री: फिजिकल केमिस्ट्री के एग्जाम में न्यूमेरिकल पोर्शन को काफी स्ट्रांग रखें. इसके लिए न्यूमेरिकल पोर्शन को जरूर अच्छी तरह से देखें. इसमें अच्छा स्कोर बच्चे कर सकते हैं.

फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स: इसी तरह से फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स से जुड़े टॉपिक पर विद्यार्थी अपनी अच्छी कंट्रोलिंग रखें. यह सवाल भी अच्छा स्कोरिंग देकर जाते हैं.

पढ़ें : NEET UG 2023: इतिहास में सबसे ज्यादा 21 लाख से ज्यादा किए गए आवेदन, बढ़ गया कंपटिशन

2. एग्जाम की तैयारी के लिए यह जरूर करें :

नहीं पढ़ें नया: एग्जाम को अब एक महीना रह गया है. ऐसे में अंतिम समय कोई नई चीज नहीं पढ़ें. इससे कन्फ्यूजन हो जाता है और विद्यार्थी जिस चीज को ज्यादा अच्छे से कर सकता है, उससे भी चूक जाता है.

इफेक्टिव रिवीजन: कोर्स काफी बड़ा है. ऐसे में इफेक्टिव रिवीजन काफी जरूरी है.

जेईई मेन के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें: फिजिक्स के लिए जेईईमेन जनवरी और अप्रैल के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें. इससे विद्यार्थियों को फिजिक्स में काफी मजबूती मिलेगी.

क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें: पहली बार NEET UG की परीक्षा दे रहे स्टूडेंट बीते साल के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें. उनसे उन्हें पैटर्न का भी पता चल जाएगा.

3. एग्जाम देने की प्रैक्टिस किस तरह से करें ? :

बायोलॉजिकल क्लॉक को सेट करें: नीट यूजी का एग्जाम दोपहर 2:00 से 5:20 के बीच होगा. विद्यार्थियों को सेंटर पर आधे घंटे पहले प्रवेश करना होगा, क्योंकि काफी जांच होती है. ऐसे में स्टूडेंट्स को करीब दोपहर में इस समय तक कुर्सी पर बैठकर लगातार प्रैक्टिस करनी होगी, ताकि एग्जाम समय में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो.

रिटर्न प्रैक्टिस करें: स्टूडेंट्स को रिटर्न प्रैक्टिस भी करनी चाहिए, क्योंकि NEET UG का एग्जाम पेपर मोड पर आयोजित होगा.

नेगेटिव मार्किंग से बचना भी बहुत जरूरी: स्टूडेंट्स को नेगेटिव मार्किंग से बचना काफी जरूरी है, इसलिए जो प्रश्न उन्हें लगता है कि गलत हो सकता है या समय उसमें जाया हो सकता है, उस पर ध्यान नहीं दें.

ओएमआर सीट: नीट यूजी की परीक्षा ओएमआर शीट के जरिए होगी. ऐसे में ओएमआर शीट को 15 से 20 मिनट में पूरा भरने की प्रैक्टिस करें. सभी विद्यार्थियों को इस समय में 180 प्रश्न के गोले ओएमआर शीट पर भरने होंगे.

मॉक टेस्ट पर दें ध्यान: NTA और अन्य वेबसाइट पर मॉक टेस्ट पेपर उपलब्ध हैं. ऐसे में स्टूडेंट उसपर फोकस रखें. उनको सॉल्व करने की प्रैक्टिस लगातार करते रहें. इससे उन्हें एग्जाम में काफी सुविधा होगी.

4. किसी भी तरह की अफवाहों से बिल्कुल दूर रहें : कई बार पेपर पोस्टपोंड होने या फिर एग्जाम पेपर के आउट होने की अफवाह फैल जाती है. स्टूडेंट इनके झांसे में आ जाते हैं, इसीलिए इनसे भी बिल्कुल दूर रहें. परीक्षा के संबंध में सभी जानकारी को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होने के बाद ही पुख्ता मानें. इस साल भी पेपर पैटर्न बदलने की अफवाह फैल गई थी, जिससे विद्यार्थी परेशान हुए थे.

5. पॉजिटिव होकर पढ़ाई करें, अनावश्यक तनाव नहीं पालें : विद्यार्थी पूरी तरह से सकारात्मक होकर पढ़ाई करें. किसी भी तरह का अनावश्यक तनाव नहीं पालें. वह नीट में सिलेक्शन के बारे में बिल्कुल नहीं सोचें, साथ ही यह भी नहीं सोचना चाहिए कि उसका चयन होगा या नहीं. केवल जो एग्जाम में आता है, उसकी अच्छी प्रैक्टिस करें.

6. आउटसाइड फूड पर लगाए बैन : परीक्षा को एक महीना रह गया है. ऐसे में खाने पीने में भी काफी सावधानी बरतें. ज्यादा ठंडा या पसीने में पानी पी लेने के चलते बुखार या दूसरी बीमारी हो जाती है. इससे दो-तीन दिन अगर तबीयत खराब हो जाती है, तो इससे परीक्षा के अंतिम क्षणों में पढ़ाई पर असर पड़ता है. इसीलिए इस पर पूरा ध्यान रखें. ज्यादा जरूरी नहीं हो तो आउटसाइड फूड पर पूरी तरह से बैन लगा दे. किसी भी तरह का तला भुना या ज्यादा स्पाइसी खाने से भी बचें. घर पर बना सात्विक भोजन ही लें.

7. सोशल मीडिया का भी यूज लिमिटेड कर दें : एग्जाम के अंतिम समय में सोशल मीडिया का उपयोग भी विद्यार्थी या तो कम कर दें या फिर पूरी तरह से ही बंद कर दें. कुछ महीने सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करने पर ज्यादा जीवन पर फर्क नहीं पड़ेगा. इससे समय की बर्बादी भी बच जाएगी, साथ ही अनावश्यक अफवाहों से भी स्टूडेंट दूर रहेंगे.

8. टाइम टेबल को करें पूरा सेट : विद्यार्थी अपना पूरा टाइम टेबल सेट कर लें, जिसमें 10 से 12 घंटे उसे अंतिम माह में पढ़ाई करनी है. देर रात तक जग कर या सुबह जल्दी उठकर पढ़ने पर भी रोक लगाई जाए. दिनचर्या को पूरी तरह से व्यवस्थित कर पढ़ाई करें.

नीट यूजी परीक्षा को लेकर एक्सपर्ट की राय...

कोटा. देश के मेडिकल कॉलेजों की एक लाख से ज्यादा सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित हो रही एकमात्र प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 का आयोजन 7 मई को होना है. अब इसके आयोजन में एक महीने से भी कम समय बचा है, साथ ही परीक्षा पेन पेपर मोड पर आयोजित होगी और इसे वन नेशन वन एग्जाम के थीम पर ही आयोजित किया जाता है. ऐसे में विद्यार्थियों को इस साल अगर नीट यूजी के जरिए मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नहीं मिलता, तो उन्हें अगले साल तक इंतजार करना होगा. ऐसे में कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने अंतिम माह में विद्यार्थी किस तरह से तैयारी इस प्रवेश परीक्षा के लिए करें, उसके गुर बताएं हैं.

1. पढ़ाई से रिलेटेड यह काम जरूर करें :

बायोलॉजी को एनसीईआरटी को शब्दशह पढ़ें: बायोलॉजी के 50 प्रश्न पूछे जाने हैं, जिनमें से 45 का उत्तर विद्यार्थियों को देना है. इसमें एनसीईआरटी की बुक को शब्दशह पढ़ना होगा. बीते कई सालों में इस तरह से ही प्रश्न पूछे गए हैं, जहां तक 98 फीसदी प्रश्न इन्हीं में से निकल कर आते हैं.

इन ऑर्गेनिक केमेस्ट्री को भी एनसीईआरटी से कंप्लीट करें: बायोलॉजी की तरह इन ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में भी इसी तरह से शब्दशह कंप्लीट विद्यार्थियों को करना होगा. इससे सफलता के चांस बढ़ जाएंगे.

फिजिकल केमिस्ट्री: फिजिकल केमिस्ट्री के एग्जाम में न्यूमेरिकल पोर्शन को काफी स्ट्रांग रखें. इसके लिए न्यूमेरिकल पोर्शन को जरूर अच्छी तरह से देखें. इसमें अच्छा स्कोर बच्चे कर सकते हैं.

फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स: इसी तरह से फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स से जुड़े टॉपिक पर विद्यार्थी अपनी अच्छी कंट्रोलिंग रखें. यह सवाल भी अच्छा स्कोरिंग देकर जाते हैं.

पढ़ें : NEET UG 2023: इतिहास में सबसे ज्यादा 21 लाख से ज्यादा किए गए आवेदन, बढ़ गया कंपटिशन

2. एग्जाम की तैयारी के लिए यह जरूर करें :

नहीं पढ़ें नया: एग्जाम को अब एक महीना रह गया है. ऐसे में अंतिम समय कोई नई चीज नहीं पढ़ें. इससे कन्फ्यूजन हो जाता है और विद्यार्थी जिस चीज को ज्यादा अच्छे से कर सकता है, उससे भी चूक जाता है.

इफेक्टिव रिवीजन: कोर्स काफी बड़ा है. ऐसे में इफेक्टिव रिवीजन काफी जरूरी है.

जेईई मेन के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें: फिजिक्स के लिए जेईईमेन जनवरी और अप्रैल के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें. इससे विद्यार्थियों को फिजिक्स में काफी मजबूती मिलेगी.

क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें: पहली बार NEET UG की परीक्षा दे रहे स्टूडेंट बीते साल के क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करें. उनसे उन्हें पैटर्न का भी पता चल जाएगा.

3. एग्जाम देने की प्रैक्टिस किस तरह से करें ? :

बायोलॉजिकल क्लॉक को सेट करें: नीट यूजी का एग्जाम दोपहर 2:00 से 5:20 के बीच होगा. विद्यार्थियों को सेंटर पर आधे घंटे पहले प्रवेश करना होगा, क्योंकि काफी जांच होती है. ऐसे में स्टूडेंट्स को करीब दोपहर में इस समय तक कुर्सी पर बैठकर लगातार प्रैक्टिस करनी होगी, ताकि एग्जाम समय में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो.

रिटर्न प्रैक्टिस करें: स्टूडेंट्स को रिटर्न प्रैक्टिस भी करनी चाहिए, क्योंकि NEET UG का एग्जाम पेपर मोड पर आयोजित होगा.

नेगेटिव मार्किंग से बचना भी बहुत जरूरी: स्टूडेंट्स को नेगेटिव मार्किंग से बचना काफी जरूरी है, इसलिए जो प्रश्न उन्हें लगता है कि गलत हो सकता है या समय उसमें जाया हो सकता है, उस पर ध्यान नहीं दें.

ओएमआर सीट: नीट यूजी की परीक्षा ओएमआर शीट के जरिए होगी. ऐसे में ओएमआर शीट को 15 से 20 मिनट में पूरा भरने की प्रैक्टिस करें. सभी विद्यार्थियों को इस समय में 180 प्रश्न के गोले ओएमआर शीट पर भरने होंगे.

मॉक टेस्ट पर दें ध्यान: NTA और अन्य वेबसाइट पर मॉक टेस्ट पेपर उपलब्ध हैं. ऐसे में स्टूडेंट उसपर फोकस रखें. उनको सॉल्व करने की प्रैक्टिस लगातार करते रहें. इससे उन्हें एग्जाम में काफी सुविधा होगी.

4. किसी भी तरह की अफवाहों से बिल्कुल दूर रहें : कई बार पेपर पोस्टपोंड होने या फिर एग्जाम पेपर के आउट होने की अफवाह फैल जाती है. स्टूडेंट इनके झांसे में आ जाते हैं, इसीलिए इनसे भी बिल्कुल दूर रहें. परीक्षा के संबंध में सभी जानकारी को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होने के बाद ही पुख्ता मानें. इस साल भी पेपर पैटर्न बदलने की अफवाह फैल गई थी, जिससे विद्यार्थी परेशान हुए थे.

5. पॉजिटिव होकर पढ़ाई करें, अनावश्यक तनाव नहीं पालें : विद्यार्थी पूरी तरह से सकारात्मक होकर पढ़ाई करें. किसी भी तरह का अनावश्यक तनाव नहीं पालें. वह नीट में सिलेक्शन के बारे में बिल्कुल नहीं सोचें, साथ ही यह भी नहीं सोचना चाहिए कि उसका चयन होगा या नहीं. केवल जो एग्जाम में आता है, उसकी अच्छी प्रैक्टिस करें.

6. आउटसाइड फूड पर लगाए बैन : परीक्षा को एक महीना रह गया है. ऐसे में खाने पीने में भी काफी सावधानी बरतें. ज्यादा ठंडा या पसीने में पानी पी लेने के चलते बुखार या दूसरी बीमारी हो जाती है. इससे दो-तीन दिन अगर तबीयत खराब हो जाती है, तो इससे परीक्षा के अंतिम क्षणों में पढ़ाई पर असर पड़ता है. इसीलिए इस पर पूरा ध्यान रखें. ज्यादा जरूरी नहीं हो तो आउटसाइड फूड पर पूरी तरह से बैन लगा दे. किसी भी तरह का तला भुना या ज्यादा स्पाइसी खाने से भी बचें. घर पर बना सात्विक भोजन ही लें.

7. सोशल मीडिया का भी यूज लिमिटेड कर दें : एग्जाम के अंतिम समय में सोशल मीडिया का उपयोग भी विद्यार्थी या तो कम कर दें या फिर पूरी तरह से ही बंद कर दें. कुछ महीने सोशल मीडिया का उपयोग नहीं करने पर ज्यादा जीवन पर फर्क नहीं पड़ेगा. इससे समय की बर्बादी भी बच जाएगी, साथ ही अनावश्यक अफवाहों से भी स्टूडेंट दूर रहेंगे.

8. टाइम टेबल को करें पूरा सेट : विद्यार्थी अपना पूरा टाइम टेबल सेट कर लें, जिसमें 10 से 12 घंटे उसे अंतिम माह में पढ़ाई करनी है. देर रात तक जग कर या सुबह जल्दी उठकर पढ़ने पर भी रोक लगाई जाए. दिनचर्या को पूरी तरह से व्यवस्थित कर पढ़ाई करें.

Last Updated : Apr 9, 2023, 4:45 PM IST
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