सांगोद (कोटा). भगवान भोले की स्तुति का महापर्व महाशिवरात्रि गुरूवार को क्षेत्रभर में हर्षोल्लास से मनाया गया. इस अवसर पर श्राद्धालुओं ने व्रत रखकर भगवान भोले की विशेष पूजा-अर्चना की. इस दौरान शिवालयों में आक, धतूरा, बेलपत्र, भांग आदि से भगवान भोले का अभिषेक किया गया.
महाशिवरात्रि पर गणेशकुंज स्थित भगवान अन्नपूर्णेश्वर महादेव, पंचायत समिति कार्यालय स्थित श्रीजी मंदिर, सर्राफा बाजार स्थित दत्तात्रेय भगवान आदि जगहों पर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का अभिषेक किया. महाशिवरात्रि पर भस्म रमैया सेवा समिति की ओर से पदयात्रा निकाली गई. इस मौके पर सैकड़ों की तादाद में युवा कार्यकर्ता डीजे पर बजते भगवान भोले के भजनों पर नृत्य करते हुए पदयात्रा के रूप में चौरचोमा महादेव मंदिर पहुंचे. रास्ते में जगह-जगह लोगों ने पुष्पवर्षा कर पदयात्रियों का स्वागत किया.
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टीम महाकाल की ओर से भी भगवान भोले की पालकी को नगर भ्रमण करवाया गया. पालकी शोभायात्रा में भी बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए और भगवान भोले की भक्ति में रंगे भजनों पर नृत्य करते दिखे. गणेशकुंज मंदिर से शोभायात्रा शुरू हुई. जिसमें भगवान भोले को पालकी में नगर भ्रमण करवाया गया. शोभायात्रा में सजी महाकाल की सजीव झांकी में नृत्य करते युवाओं ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
राख से सने तांडव नृत्य के भाव-भंगिमाओं के बीच युवाओं की झांकी को लेकर एकटक निहारते रहे. भोले बाबा की पालकी जहां से भी गुजरी लोग एकटक निहारते रहे. गणेशकुंज स्थित भगवान अन्नपूर्णेश्वर महादेव का फूलों से और भूतेश्वर बगीची में भांग से भगवान भोले की प्रतिमा का आकर्षक श्रंगार किया गया.