कोटा. सांगोद से विधायक भरत सिंह ने सोमवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर आर्ट गैलरी में एक गोष्ठी का आयोजन किया. कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की जन्म और पुण्यतिथि महज एक तारीख बनकर रह गई है. आज की शिक्षा नौकरी दिलाने के तो काम आ रही है, लेकिन उन बुनियादी बातों से दूर ले जा रही है जिन पर मानव सभ्यता टिकी हुई है.
उन्होंने कहा कि मैं सत्य बोलता रहूंगा. चाहे किसी को गलत लगे या सही. सिंह ने कहा कि आज विधानसभा का सत्र भी चल रहा है. मैंने वहां नहीं जाकर इस तरह का एक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई. भरत सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपने जीवन में सत्य का प्रयोग किया है. हमारे देश में 75 साल आजादी के बाद से प्रजातंत्र की जड़ें मजबूत हैं, लेकिन इसके बावजूद भी महात्मा गांधी जिस तरह से सत्य की बात करते थे. हम सच्चाई को उस रूप में पालना नहीं कर पाए हैं और उससे दूर जा रहे हैं. देश में कोई भी विदेशी मेहमान आता है या प्रधानमंत्री बुलाते हैं, तो वो राजघाट पर जाते हैं. महात्मा गांधी ने सत्य पर दिशा दिखाई थी, लेकिन राजनीति में आदमी सत्य को बोलने से कतराता है और वही बात बोलता है, जो राजनेता सुनना चाहते हैं.
नहीं दी गांधी जयंती के कार्यक्रम की अनुमति: भरत सिंह ने कहा कि उन्होंने पहले 23 जनवरी को बारां में प्रदर्शन राजनीतिक रूप से रखा था. हालांकि इसकी अनुमति नहीं मिली. इसके बाद गोष्ठी का आयोजन बारां कलेक्ट्रेट स्थित पार्क में रखा था. जहां पर महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई है. उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरु की जन्म जयंती 14 नवंबर पर भी उन्होंने एक कार्यक्रम का आयोजन रखा था. इसमें सीएफसीएल ने कार्यक्रम की अनुमति ने नहीं दी थी. ऐसे में मुख्य मार्ग पर ही गोष्ठी आयोजित करनी पड़ी.