कोटा. शुक्रवार को कोटा दौर पहुंचे प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia reached Kota ) ने सूबे की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केवल राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे देश में अब लोग कांग्रेस की सियासी परिपाटी को भलीभांति समझ रहे हैं. एक ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अडानी की आलोचना करते हैं तो वहीं, दूसरी ओर अशोक गहलोत गले लगा रहे हैं. राहुल गांधी अडानी को केंद्र कर बीजेपी पर हमला (Satish Poonia attacks Rahul Gandhi) करते रहे हैं. जबकि अशोक गहलोत अडानी की अगवानी में खड़े हैं. ऐसे में अब कांग्रेस का दोहरा चरित्र सबके सामने है.
पूनिया लगातार जिलों के दौर पर हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को वो हाड़ौती पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा. वहीं, आगामी 10 अक्टूबर तक वो जिलेवार कार्यक्रमों में भाग लेंगे. वहीं, कोटा के सर्किट हाउस पहुंचने पर पूनिया का जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू, विधायक संदीप शर्मा, कल्पना देवी सहित कई नेताओं ने स्वागत किया.
इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान से लेकर हिंदुस्तान तक कांग्रेस के कंट्रास्ट का सुर पूरी तरह से बेसुरा हो गया है. कांग्रेस के नेता न तो ठीक से बोल पाते हैं और न ही बजा पाते हैं. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अडानी की आलोचना करते हैं और दूसरी तरफ अशोक गहलोत गले मिल रहे हैं. यही कांग्रेस का दोहरा चरित्र है.
आगे उन्होंने कांग्रेस में चल रही अस्थिरता के सवाल पर कहा कि कांग्रेस की सरकार का वही हाल होगा, जो मंजूरे खुदा होगा. "बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी". आज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और कच्छ से लेकर कामरूप तक इनकी नीति को जनता ने नकार दिया है. अब दो प्रदेशों छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इनकी सरकार है, जो जल्द ही जाने वाली है.
विधायकों के इस्तीफे को बताया सियासी पाखंड: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ये सरकार फिलहाल वेंटिलेटर पर है. मुख्यमंत्री को आज ही ओलंपिक व इन्वेस्टमेंट सर्विस नजर आ रही है. अंतिम पड़ाव पर ये लोग जमकर दिखावा करते हैं, ताकि आम जनता को बरगला सके. वहीं, कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे को उन्होंने सियासी पाखंड करार दिया.
कैलाश चौधरी के गाली प्रकरण पर बोले पूनिया: वहीं, राजस्थान में नेताओं की वापसी पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह हमारा सिस्टम नहीं है. हमारे यहां तो पूरा घर ही खाली है. खाली पीपों में चूहे कूद रहे हैं. पार्टी में आने के लिए बहुत सारे लोग इच्छुक हैं. कई दलों के बहुत सारे ऐसे नेता हैं, जो पार्टी में शामिल होना चाहते हैं. लेकिन यह समय और काल परिस्थिति पर निर्भर करेगा. केंद्र के निर्देश व आलाकमान से चर्चा के बाद भी आगे इस विषय पर कुछ कहा जा सकेगा. आगे पूनिया ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के पुलिसकर्मिकों को फोन पर गाली देने के सवाल पर कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ पता नहीं है. ऐसे में पता करने के बाद इस पर कुछ कहेंगे.