कोटा. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है. इसी के तहत राजस्थान के कोटा शहर में आयोजित होने वाला राष्ट्रीय दशहरा मेला पर्व भी इस बार कोरोना की लपेट में आ गया है. जिले के उत्तर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत ने नगर निगम में स्तिथ मेला प्रकोष्ठ में बुधवार को गणेश स्थापना करते हुए पूजा-अर्चना किया गया.
इस अवसर पर उपयुक्त अशोक त्यागी की ओर से ओर राजपाल सिंह और निगम अधिकारी मौजूद रहे. वहीं इस बार कोटा में रावण दहन तो होगा लेकिन रावण को देखने के लिए जनता मौजूद नहीं रहेगी.
बता दें कि नगर निगम प्रशासन की ओर से रावण दहन किया जाएगा और इस कार्यक्रम में सिर्फ पूर्व राजपरिवार कोटा के सदस्य और नगर निगम के प्रशासनिक अधिकारी ही मौजूद होंगे.
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कोरोना संकट काल के चलते नगर निगम प्रशासन ने फैसला किया है कि इस बार 11 फीट की हाइट के रावण, मेघनाद, कुंभकरण के पुतले होंगे जिनका दहन किया जाएगा. आमजन के लिए रावण दहन और आतिशबाजी के कार्यक्रम लाइव टेलीकास्ट किए जाएंगे ताकि लोग घरों में बैठकर इस पर्व का आनंद ले सकें.
1.10 लाख रुपये में तैयार होंगे पुतले..
रावण, मेघनाद, कुंभकरण के पुतले बनाने में पहले 5 से 6 लाख रुपये जहां खर्च आता था. वहीं इस बार रावण के पुतलों की हाइट कम होने के कारण 1.10 लाख रुपये में पुतले तैयार हो जाएंगे. साथ ही नगर निगम प्रशासन की ओर से इस बार आतिशबाजी के लिए 4 लाख रुपये का बजट रखा गया है.