कोटा. भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर पूर्व मंत्री और रामगंजमंडी के विधायक मदन दिलावर पर विश्वास जताया है. उन्हें दूसरी बार रामगंजमंडी सीट से प्रत्याशी बनाया है. ईटीवी भारत ने मदन दिलावर से विशेष बातचीत की, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस के शासन में गुंडे, मवालियों और बदमाशों का आतंक रहा है, लेकिन अब रामगंजमंडी के पूरे एरिया को वह गुंडा मुक्त करेंगें. इस दौरान उन्होंने बदमाशों को साफ चेतावनी देते हुए कहा कि रामगंजमंडी इलाके में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाले लोग पहले ही यहां से चले जाएं. मेरे विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दें, क्योंकि वो इस विधानसभा क्षेत्र को अपराधी मुक्त बनाना चाहते हैं.
छठी जीत का किया दावा : विधायक मदन दिलावर साल 1990 से लेकर 2008 तक चार बार बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. इसके बाद 2008 में वो चुनाव हार गए. पार्टी ने उन्हें 2018 में दोबारा सीट बदलते हुए रामगंजमंडी से टिकट दिया था, जिसमें वो जीत गए थे और पांचवीं बार विधायक बने थे. दिलावर ने कहा कि भाजपा पार्टी से वो सातवां चुनाव लड़ेंगें. पार्टी ने उन पर फिर से विश्वास जताया है. वो पहले भी पार्टी की अपेक्षाओं पर खरा उतरे हैं और अभी भी यही प्रयास करेंगे.
उन्होंने कहा कि रामगंजमंडी में काफी समस्याएं हैं. ताकली बांध का काफी बड़ा मुद्दा था, यह हमने थोड़ा सॉल्व करवाया है. अब इस सीजन में किसानों को कुछ पानी मिलेगा. सड़कों की स्थिति खराब थी, जिसे भारत सरकार से पैसा मिलने पर दुरुस्त करवाया है. विधानसभा क्षेत्र रामगंजमंडी अपराध मुक्त रहे. उन्होंने बदमाशों को चेतावनी देते हुए कहा कि जितने भी गुंडे, बदमाश, बलात्कारी, चोर लफंगे हैं, वो ये क्षेत्र छोड़ दें, अन्यथा उनसे बुरा कोई नहीं रहेगा.
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हिंदूवादी छवि पर यह बोले दिलावर : उन्होंने कहा कि ये सरकार हिंदू विरोधी है. इन्होंने 500 साल पहले के मंदिरों को तोड़ा है. भगवान राम को कल्पित बताया और भगवाधारण करने वालों को गुंडा कह दिया है. हमारे कई देवी-देवताओं पर भी टिप्पणियां की गई है. कांग्रेस ने महापुरुषों और हिंदू समाज का अपमान किया है, जिसमें महाराणा प्रताप, शिवाजी व झांसी की रानी का भी अपमान इन्होंने किया है.
मदन दिलावर यानी विवाद से जुड़ाव ? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ वे हमेशा खड़े हुए, इसको लोग विवाद मानते हैं तो गलत है. वो न्याय की लड़ाई लड़ते रहे हैं और इसीलिए सरकार व सीएम अशोक गहलोत उनसे परेशान हो गए. इसीलिए उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बिना हत्या किए ही हत्या का मुकदमा उन पर लगा दिया. उन्हें धारा 302 का मुलजिम बनवा दिया. इसके पहले राष्ट्रद्रोह का केस लगाया, जिसमें फांसी की सजा का प्रावधान है. बाद में विधानसभा से भी निलंबित करवा दिया. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भी इस तरह से ही अन्याय किया है.
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सरकार आने पर लेंगे प्रतिकार : विधायक दिलावर ने कहा कि कांग्रेस शासन में उनके खिलाफ 14 मुकदमें अब तक दर्ज किए गए हैं. इनमें मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जहरीला सांप कहा था, तब उन्होंने यह कहा कि खड़गे कुछ भी कह सकते हैं, उनकी उम्र 80 साल हो गई है. भगवान कभी भी उठा सकता है. इस पर उन पर 302 का मुकदमा दर्ज करवा दिया गया. इनको शर्म नहीं आई और 124 ए का मुकदमा भी लगा दिया.
यह सब भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ बोलने के चलते हुआ है. बलात्कारियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ बोलना कांग्रेस को नागवार गुजरता है. यह निकम्मी और गद्दार सरकार है और आतंकवादियों के साथ रहती है और बलात्कारियों का सहयोग करती है. अधिकांश मुकदमों में जांच पेंडिंग है. पुलिस जांच कर रही है, उसके जांच के निष्कर्ष क्या रहते हैं. वह बाद में होगा, लेकिन सरकार आने पर इन सबका प्रतिकार जरूर करूंगा.