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कोटा में चलाया जा रहा है रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन

कोटा में प्रदेश में का अनूठा टैक्सी का डिकॉय अभियान चलाया जा रहा है जिसमें रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने किया. उन्होंने अपने निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ओला, उबेर और रैपीडो टैक्सियों की जांच की. नियमों के अनुरुप नहीं पाई गई टैक्सियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन, Radio taxi decoy operation
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Published : Sep 7, 2019, 2:10 AM IST

Updated : Sep 7, 2019, 2:39 AM IST

कोटा. परिवहन विभाग की तरफ से आज शहर में चलने वाली रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन किया गया. प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ जब इस तरह का अभियान चलाया गया है, जिसमें डिकॉय ऑपरेशन का नेतृत्व खुद प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने किया.

कोटा में चलाया जा रहा है रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन

उन्होंने अपने निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ओला, उबेर और रैपीडो टैक्सी को एप से बुक किया. इसमें सामने आया कि यह रेडियो टैक्सी ग्राहकों से ज्यादा किराया वसूल रही थी. साथ ही कई परमिट शर्तों का भी उल्लंघन करती पाई गई हैं. ऐसे में एक दर्जन से ज्यादा रेडियो टैक्सी के चालान परिवहन विभाग ने बनाए हैं. साथ ही हिदायत दी है कि रेडियो टैक्सी परमिट शर्तों पर ही चलें. इसके साथ ही प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने कहा है कि वह इन रेडियो टैक्सी को संचालन के लिए एग्रीगेटर लाइसेंस जयपुर से ही मिला हुआ है. ऐसे में उसे निरस्त करने की अनुशंसा भी वह अपनी जांच रिपोर्ट में करेंगे.

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परिवहन विभाग की जांच में रेडियो टैक्सी को चलाने वाला ड्राइवर वर्दी में नहीं था. साथ ही उनके साथ ओरिजिनल कागजात भी नहीं थे. कई रेडियो टैक्सी तो ऐसी थी जिनका फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था. टैक्सी परिवहन का किराया तय से अधिक वसूला जा रहा था. पीक टाइम के नाम पर भी ज्यादा वसूली टैक्सियां करती है. सुरक्षा के नाम पर भी टैक्सी में पैनिक बटन और जीपीएस नहीं था. साथ ही टैक्सी पर जो पीली पट्टी होती है, वह भी नहीं लगी हुई थी. साथ ही कई ड्राइवर भी अनुशासित नहीं थे. वहीं अन्य कई परमिट शर्तों का उल्लंघन भी किया जा रहा.

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आरटीओ राठौड़ ने बताया कि आगे जाकर परमिट निलंबन की कार्रवाई परिवहन विभाग करेगा. वाहन चालक के लाइसेंस को भी निलंबित किया जाएगा. इसके अलावा एग्रीगेटर लाइसेंस जो कि ओला, उबेर और रैपीडो को जयपुर से जारी हुआ है. उसको निरस्त करने की सिफारिश भी कोटा परिवहन विभाग करेगा. साथ ही इनके मालिकों के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासा पेश कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

कोटा. परिवहन विभाग की तरफ से आज शहर में चलने वाली रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन किया गया. प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ जब इस तरह का अभियान चलाया गया है, जिसमें डिकॉय ऑपरेशन का नेतृत्व खुद प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने किया.

कोटा में चलाया जा रहा है रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन

उन्होंने अपने निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ओला, उबेर और रैपीडो टैक्सी को एप से बुक किया. इसमें सामने आया कि यह रेडियो टैक्सी ग्राहकों से ज्यादा किराया वसूल रही थी. साथ ही कई परमिट शर्तों का भी उल्लंघन करती पाई गई हैं. ऐसे में एक दर्जन से ज्यादा रेडियो टैक्सी के चालान परिवहन विभाग ने बनाए हैं. साथ ही हिदायत दी है कि रेडियो टैक्सी परमिट शर्तों पर ही चलें. इसके साथ ही प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने कहा है कि वह इन रेडियो टैक्सी को संचालन के लिए एग्रीगेटर लाइसेंस जयपुर से ही मिला हुआ है. ऐसे में उसे निरस्त करने की अनुशंसा भी वह अपनी जांच रिपोर्ट में करेंगे.

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परिवहन विभाग की जांच में रेडियो टैक्सी को चलाने वाला ड्राइवर वर्दी में नहीं था. साथ ही उनके साथ ओरिजिनल कागजात भी नहीं थे. कई रेडियो टैक्सी तो ऐसी थी जिनका फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था. टैक्सी परिवहन का किराया तय से अधिक वसूला जा रहा था. पीक टाइम के नाम पर भी ज्यादा वसूली टैक्सियां करती है. सुरक्षा के नाम पर भी टैक्सी में पैनिक बटन और जीपीएस नहीं था. साथ ही टैक्सी पर जो पीली पट्टी होती है, वह भी नहीं लगी हुई थी. साथ ही कई ड्राइवर भी अनुशासित नहीं थे. वहीं अन्य कई परमिट शर्तों का उल्लंघन भी किया जा रहा.

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आरटीओ राठौड़ ने बताया कि आगे जाकर परमिट निलंबन की कार्रवाई परिवहन विभाग करेगा. वाहन चालक के लाइसेंस को भी निलंबित किया जाएगा. इसके अलावा एग्रीगेटर लाइसेंस जो कि ओला, उबेर और रैपीडो को जयपुर से जारी हुआ है. उसको निरस्त करने की सिफारिश भी कोटा परिवहन विभाग करेगा. साथ ही इनके मालिकों के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासा पेश कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:प्रदेश में पहली कोटा में रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने किया. उन्होंने अपने निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ओला, उबेर और रैपीडो टैक्सी को एप के द्वारा बुक किया. इसमें रेडियो टैक्सी ग्राहकों से ज्यादा किराया वसूलने के साथ कई कमियां उनमें मिली है.Body:कोटा.
परिवहन विभाग की तरफ से आज कोटा शहर में चलने वाली रेडियो टैक्सी का डिकॉय ऑपरेशन किया गया. प्रदेश में पहली बार हुआ इस तरह का डिकॉय ऑपरेशन का नेतृत्व खुद प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने किया उन्होंने अपने निरीक्षकों और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर ओला उबेर और रैपीडो टैक्सी को एप के द्वारा बुक किया. इसमें सामने आया कि यह रेडियो टैक्सी ग्राहकों से ज्यादा किराया वसूल रही थी. साथ ही कई परमिट शर्तों का भी उल्लंघन करती पाई गई है. ऐसे में एक दर्जन से ज्यादा रेडियो टैक्सी के चालान परिवहन विभाग ने बनाए हैं. साथ ही हिदायत दी है कि यह रेडियो टैक्सी या परमिट शर्तों से ही चले. इसके साथ ही प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने कहा है कि वह इन रेडियो टैक्सी को संचालन के लिए एग्रीगेटर लाइसेंस जयपुर से ही मिला हुआ है. ऐसे में उसे निरस्त करने की अनुशंसा भी वह अपनी जांच रिपोर्ट में करेंगे.

परिवहन परिवहन विभाग की जांच में रेडियो टैक्सी को चलाने वाला ड्राइवर वर्दी में नहीं था. साथ ही उनके साथ ओरिजिनल कागजात भी नहीं थे. कई रेडियो टैक्स तो ऐसी थी जिनका फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर हो गया था. टैक्सी परिवहन के तय से अधिक किराया वसूला जा रहा था. पीक टाइम के नाम पर भी ज्यादा वसूली टैक्सियां करती है.
सुरक्षा के नाम पर भी टैक्सी में पैनिक बटन व जीपीएस नहीं था. साथ ही टैक्सी पर जो पीली पट्टी होती है, वह भी नहीं लगी हुई थी. टैक्सी पर पीली पट्टी नहीं थी. ड्राइवर भी अनुशासित नहीं थे. साथ ही अन्य कई परमिट शर्तो का उल्लंघन भी किया जा रहा.

Conclusion:आरटीओ राठौड़ ने बताया कि आगे जाकर परमिट निलंबन की कार्रवाई परिवहन विभाग करेगा. वाहन चालक के लाइसेंस को भी निलंबित किया जाएगा. इसके अलावा एग्रीगेटर लाइसेंस जोकि ओला, उबेर और रैपीडो को जयपुर से जारी हुआ है. उसको निरस्त करने की सिफारिश भी कोटा परिवहन विभाग करेगा. साथ ही इनके मालिकों के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासा पेश कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.



बाइट-- प्रकाश सिंह राठौड़, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, कोटा
Last Updated : Sep 7, 2019, 2:39 AM IST
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