कोटा. रिलायंस पेट्रोल पंप देशभर में डीजल की खरीद पर एक रुपए की छूट दे रहे हैं. यह छूट प्रमोशन के लिए दी जा रही है. इससे उत्साहित ग्राहकों का कहना है कि छूट के नाम पर ही सही, अन्य कंपनियों को भी ग्राहकों को लाभ देना चाहिए.
रिलायंस पेट्रोल पंप की ओर से दी जा रही इस प्रमोशनल छूट पर लोगों का कहना है कि अन्य तेल कंपनियों को भी ग्राहकों को राहत देनी चाहिए. कार चालक अशोक चांदना का कहना है कि जब निजी कंपनी ने दाम कम कर दिए हैं, तब सरकारी कंपनियों को भी डीजल के दाम कम कर देना चाहिए. इससे यह भी साफ हो रहा है कि सरकारी कंपनियां फायदे में हैं. इस मामले पर कोटा पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम एक समान होने चाहिए.
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सभी जगह दाम कम होंः ट्रक चालक अरबाज का कहना है कि उनका ट्रक कोटा से कन्याकुमारी की तरफ जाता है. ऐसे में वे एक बार यहां से डीजल ले लेते हैं. उनके ट्रक का फ्यूल टैंक करीब 350 लीटर का है. ऐसे में इसे भरवान में उन्हें भारी बचत हो रही है. पूरे रास्ते अगर यही दाम पर उन्हें डीजल मिले, तो करीब पांच हजार रुपए की बचत उनके एक ट्रिप में हो जाए. इसीलिए उन्होंने मांग उठाई है कि दरें समान रहनी चाहिए. दूसरी तरफ ट्रक चालक दीपक का कहना है कि दूसरे पेट्रोल पंप से यहां सस्ता डीजल मिल रहा है. हम एक साथ इकट्ठा डीजल भरवा रहे हैं, इसलिए हमें बचत भी हो रही है.
पहले महंगे दाम पर भी बेचाः झालावाड़ रोड स्थित रिलायंस के पेट्रोल पंप के डीलर अमन जैन का कहना है कि कंपनी ने हाल ही में 1 रुपया डीजल पर कम कर दिया है. इसके चलते डीजल के दाम कम होकर 92.24 रह गए हैं. क्रूड ऑयल के दाम ज्यादा होने पर कंपनी को काफी नुकसान हो रहा था. इसके चलते उन्होंने डीजल के दाम 1 रुपए बढ़ा दिया था. ऐसे में पूरे 1 साल तक जो बिक्री थी, वह बंद जैसी ही थी. बाद में क्रूड के दाम कम होने पर कंपनी ने सरकारी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंप के बराबर कीमत की. अब 15 मई से अगले 2 महीने के लिए दाम एक रुपया कम कर दिया गया है.
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एक समान होने चाहिए दामः रिलायंस के डीजल दाम घटाने को लेकर कोटा पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन का कहना है कि देशभर में फ्यूल की रेट एक समान होनी चाहिए. यह आवश्यक वस्तुओं में आती है. इसमें कंपटीशन क्वालिटी पर होना चाहिए. बेदी का कहना है कि सभी सरकारी कंपनियों का पेट्रोल एक समान है. जबकि कुछ निजी कंपनी पर यह दाम तीन रुपए ज्यादा हैं. इसी तरह से डीजल में निजी कंपनियों ने एक रुपए कम किया हुआ है. सरकारों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए. एसोसिएशन ने मांग उठाई है कि वैट व टैक्स भी सभी राज्यों में एक समान लगना चाहिए. ताकि पूरे देश में दरें एक समान हों. अन्यथा बॉर्डर स्थित पेट्रोल पंपों को इससे काफी नुकसान हो रहा है.