रामगंजमंडी (कोटा). कोरोना वाइरस के कारण किया गया लॉकडाउन अब दिहाड़ी मजदूरों पर कहर बनकर बरसता नजर आ रहा है. कोरोना को लेकर सरकार कई प्रकार की सख्ती के आदेश निकाल रही है. उन्ही आदेशो की पालन में प्रशासन भी मुस्तैदी से जुटा हुआ है. इसका सीधा असर गरीब और दिहाड़ी मजदूरों पर दिखता नजर आ रहा है.
पोखरण से उपखण्ड मजिस्ट्रेट की परमिशन लेकर बस आई थी. इस बस में 70 गरीब और दिहाड़ी मजदूर सवार थे. ये सभी अपने घर भोपाल जा रहे थे. ये सभी यात्री स्क्रिनिंग रिपोर्ट भी अपने साथ लेकर आये थे. लेकिन बस को कोटा जिले के सुकेत थाना सिमा क्षेत्र से निकल झालावाड सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने पर पुलिस ने रोक लिया.
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प्रशासन ने करीब 5 घंटे तक बस को रोके रखा. इसके बाद बस को जाने दिया गया. लेकिन साथ में सीधे ही झालावाड की सीमा को पार करने के निर्देश भी दिए गए.
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वहीं बस ड्राइवर ने बताया कि में पोखरण मजिस्ट्रेट से परमिशन लेकर रवाना हुआ था और उसके पास 4 अप्रैल तक कि परमिशन है. लेकिन बस को रोक दिया गया. वहींं बस में सवार महिला यात्री ने बताया कि हम दिहाड़ी मजदूर हैं. हम पोखरण रामदेवरा से परमिशन लेकर साथ ही स्क्रीनिंग भी करवा कर रवाना हुए. हालात यह है कि हमारे पास अब पैसे तक नहीं हैं. हमारे खाने-पीने पर भी मुसीबत आने वाली है.