कोटा. राजस्थान के सियासी रण के लिए दोनों दल दावों और वादों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ सियासी दलों के बागियों का दल-बदल अभियान भी जारी है. प्रियंका नंदवाना को राजस्थान महिला कांग्रेस का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए जाने का अपनों ने ही विरोध शुरू कर दिया है. सीमलिया की पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष व पीसीसी सदस्य जया मीणा ने नंदवाना की नियुक्ति के विरोध में अपना इस्तीफा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को भेज दिया है.
दरअसल, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम कोटा दक्षिण सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने कार्यवाहक प्रेसिडेंट के रूप में संगठन महासचिव और बारां जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका नंदवाना को कमान सौंपी है.
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जया मीणा ने दिया इस्तीफा: इसके विरोध में सीमलिया पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष और पीसीसी सदस्य जया मीणा ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भेजा है. जया ने अपने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि उनके पति और कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा पर जानलेवा हमला प्रियंका नंदवाना ने करवाया था, जिसकी रिपोर्ट एससी-एसटी एक्ट में सीमलिया थाने में दर्ज हुई थी, लेकिन 8 महीने बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
नेटा डिसूजा पर तंज: उन्होंने कहा कि फाइल को सीआईडीसीबी में जांच के नाम पर लटकाया गया है और जान बूझकर लेट लतीफी की जा रही है. साथ ही उन्होंने अपने इस्तीफे में राष्ट्रीय अध्यक्ष नेटा डिसूजा पर भी तंज कसा है. बता दें सीमलिया थाने में अवैध खनन को लेकर कांग्रेस के ही दो पक्षों में इसी साल विवाद हुआ था. इसमें सीमलिया के महावीर मीणा ने प्रियंका नंदवाना और अन्य पर एससी, एसटी एक्ट के तहत मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था. वहीं प्रियंका नंदवाना की तरफ से भी महावीर मीणा और अन्य के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए गए थे जिसकी जांच अभी लंबित है.