कोटा. कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की पितृपक्ष में देव शिव महापुराण कथा का समापन हो गया. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कई मुद्दों पर जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आयोजन राजनीतिक फायदे के लिए नहीं की गई. यह भगवान की भक्ति है.
जब मीडिया ने उनसे पूछा कि सवाल उठ रहे हैं इस तरह के आयोजन से राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश की गई है, जवाब में पंडित मिश्रा ने कहा कि ऐसा नहीं है. जब रामकृष्ण परमहंस से स्वामी विवेकानंद ने पूछा था कि भजन करने का समय कौन सा होता है, तब राम कृष्ण परमहंस ने कहा था कि अपने मरने के एक सैंकड पहले भी भजन करें, तो भजन का कोई समय नहीं होता है. इसमें राजनीतिक मुद्दे देखेंगे या अन्य मुद्दा देखेंगे. जबकि यह भगवान की भक्ति है. जब भगवान का स्मरण करो. शंकर तो शंकर अघोड़ी और दयालु है.
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कोचिंग छात्रों के लिए पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मेरा इतना ही कहना है कि बच्चे यहां पढ़ रहे हैं. वह अपना विल पावर मजबूत रखें. एक छोटी सी परीक्षा या टेस्ट में कोई जरुरी है कि सब पास होंगे. फेल होना भी हमें संघर्ष करना सिखाता है. बच्चों को पढ़ाने में माता-पिता की पूंजी ही नहीं 20-25 सालों का प्रेम है. हमने व्यास पीठ से भी यह वर्णन किया है और सनातन धर्म के लिए शुरू से बोलते हैं कि सनातनी हैं, बोलते ही रहेंगे सनातन धर्म रहना भी चाहिए. इसके पहले पंडित प्रदीप मिश्रा ने शिव महापुराण के बीच में कहा था कि सनातन धर्म को बदनाम और बर्बाद करने के लिए कुछ लोग प्रयासरत हैं.
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विधायक संदीप शर्मा सनातन धर्म को बचाने के लिए आगे भी इसी तरह का कार्य करते रहें. इस आयोजन में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे. इसके साथ ही पंडित मिश्रा ने कहा कि कोटा और राजस्थान के लोगों को यह शिव महापुराण शायद इतनी जल्दी प्राप्त नहीं होती. स्पीकर ओम बिरला और विधायक संदीप शर्मा की वजह से यह हुआ है. वहीं पांच दिवसीय शिवमहापुराण कथा की पूर्णाहुति पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और विधायक संदीप शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया.