कोटा. एक ओर भारतीय कुश्ती संघ की मान्यता केंद्र सरकार ने रद्द कर दी है तो वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान में भी कुश्ती संघ को लेकर नूरा कुश्ती चल रही है. इसी क्रम में राजस्थान कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष ने कुछ लोगों पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है, जिसमें राजस्थान कुश्ती संघ के लेटर हेड का दुरुपयोग करने व फर्जी लेटर हेड तैयार करके खिलाड़ियों से अवैध वसूली का आरोप है. साथ ही फर्जी लेटर हेड के जरिए भरतपुर में प्रतियोगिता आयोजित करने की भी शिकायत की गई है.
जानें पूरा मामला : शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि राजस्थान कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष व कोटा निवासी हरीश शर्मा ने जवाहर नगर थाने में एक रिपोर्ट दी थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. हरीश शर्मा का कहना है कि उम्मेद सिंह, नानूसिंह व तथाकथित आयोजन सचिव सत्यप्रकाश ने राजस्थान कुश्ती संघ का फर्जी लेटर हेड तैयार किया. इसके साथ ही युवा खिलाड़ियों व पहलवानों से अवैध वसूली की गई है. ये लोग युवा खिलाड़ियों से अवैध वसूली करने के लिए भरतपुर में अवैध कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन करा रहे हैं.
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लगाए ये आरोप : हरीश शर्मा ने इस मामले में आरोप लगाया है कि आपराधिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए ये लोग सोची समझी साजिश के तहत आपस में मिलीभगत कर राजस्थान कुश्ती संघ के लेटर हेड का दुरुपयोग कर स्वयं के नाम से सूचना जारी कर रहे हैं. इसके अलावा फर्जी दस्तावेज बनाकर सोशल व प्रिंट मीडिया पर अवैध प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. साथ ही अब अवैध वसूली करने के बाद युवा खिलाड़ियों को धमकाया जा रहा है कि यदि वे भरतपुर में होने वाली कुश्ती चैंपियनशिप में भाग नहीं लेंगे तो उनका भविष्य समाप्त कर दिया जाएगा. उन्होंने राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भ्रमित कर अवैध स्वीकृति प्राप्त करने की बात कही.
जबकि राजस्थान कुश्ती संघ के पदाधिकारियों ने राजस्थान राज्य कीड़ा परिषद के सचिव को भी अवगत कराया है, लेकिन आरोपियों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया. ऐसे में साफ है कि उनकी भी आरोपियों के साथ मिलीभगत है. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 420, 406, 467, 468, 471, 120बी, 472 और 384 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.