इटावा (कोटा). उपखंड क्षेत्र में निकल रही इटावा ब्रांच कैनाल की गैंता वितरिका की इन दिनों हालत खराब है. वितरिका में नहरी पानी के नाम पर केवल पानी का टेला चलता हुआ नजर आ रहा है, जिसके कारण किसानों को नहरी पानी का पर्याप्त मात्रा में लाभ नहीं मिल रहा है.
किसान नहरों में ओढ़े लगाकर महंगा डीजल जलाकर खेतो में पिलावाकर फसलों को बचाने की जुगत में लगे हुए है, जिसके कारण किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही वितरिका में पानी की स्थिति को लेकर सीएडी विभाग के अधिकारी भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं.
यह भी पढ़ें- कोटाः चंबल बायोडायवर्सिटी फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित
नहरी पानी को पाने के लिए किसान मशक्कत करता हुआ नजर आ रहा है. वहीं किसानों ने सीएडी विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि यह समय पर मोनिटरिंग नहीं करते हैं, जिसके चलते कुछ लोग ओढ़े लगाकर नहरी पानी का दोहन करते हैं. कई किसानों को नहरी पानी को पाने के लिए निराशा झेलनी पड़ती है.