कोटा. कुन्हाड़ी थाना इलाके में बुधवार को छात्रा की मौत मामले में बड़ी बात सामने आई है. मृतका के भाई कैलाश विश्नोई का कहना है कि एक लड़का उसकी बहन का पीछा करता था. साथ ही उसकी मां ने दो बार धमकाया था, जिसके बाद से ही वह स्ट्रेस में चली गई और उसने जान दे दी. कैलाश का कहना है कि उसके पिता जैकनराम विश्नोई के कोटा आने के बाद आरोपी परिवार के खिलाफ शिकायत देंगे. दूसरी तरफ कुन्हाड़ी थानाधिकारी गंगा सहाय शर्मा का इस संबंध में कहना है कि मृतक बालिका के पिता के आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आत्महत्या का क्या कारण रहा है. परिवार जिस तरह की शिकायत देगा, वैसी ही कार्रवाई पुलिस करेगी.
पीछा करता था एक लड़का, उसकी मां ने आकर धमकाया था : कैलाश विश्नोई ने बताया कि पैराडाइज मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के पांचवें माले के एक फ्लैट में जालोर जिले के सांचौर निवासी एक लड़का रहता है. वह उसकी बहन का पीछा करता था. इस संबंध में 2 दिन पहले लड़के की मां भी उनके फ्लैट पर आई थी, साथ ही उसकी बहन को रात में 1:00 बजे ले जाकर धमकाया था. साथ ही बुधवार शाम 5:30 बजे भी लड़के की मां उनके फ्लैट पर आई थी और कृष्णा को धमकी देकर गई थी कि हमारे पिता को इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बताएगी. वह कुछ फोटोग्राफ भी दिखाने की बात कह रही थी. इस बात से ही छात्रा स्ट्रेस में आ गई और इस घटनाक्रम के डेढ़ घंटे बाद ही उसने जान दे दी. बालिका ने अपने सुसाइड नोट में अपने मम्मी-पापा को प्यार करने की बात लिखी है.
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सामान पैक कर निकलने की फिराक में था आरोपी परिवार : दूसरी तरफ घटनाक्रम में सामने आ रहा है कि छात्रा की आत्महत्या के बाद ही आरोपी लड़का का परिवार सामान पैक कर निकलने की फिराक में था. हालांकि, इस संबंध में पुलिस को मृतका की बहन और अन्य सोसायटी के लोगों ने भी सूचना दी थी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़का व उसकी मां से घटनाक्रम की जानकारी ली है. पुलिस दोनों मां-बेटे पर निगरानी बनाए हुए है. यहां तक कि सोसायटी के सुरक्षा कर्मियों को भी यही निर्देश दिए गए हैं कि वे दोनों पर निगाह रखें. बता दें कि इस तरह के मामले में अत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर धारा 306 के तहत कार्रवाई होती है.
बेंगलुरु से आ रहे हैं पिता : जान देने वाली बालिका मूलतः जागुओ की ढाणी उपरला बाड़मेर की निवासी है. जैकनराम विश्नोई बेंगलुरु में स्टील का व्यापार करते हैं और वर्तमान में भी वहीं थे. ऐसे में घटना की सूचना मिलने पर वह अहमदाबाद फ्लाइट से पहुंचे हैं. जिसके बाद कोटा के लिए रवाना हो गए. कोटा पहुंचने के बाद ही मृतक बालिका के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया होगी. छात्रा कोटा में अपनी बहन के साथ ही रह रही थी. वहीं, ऑनलाइन कोर्स के जरिए नीट-यूजी की तैयारी कर रही थी. उनका भाई कैलाश अलवर से बीएससी नर्सिंग कर रहा है. कैलाश का कहना है कि उसकी दोनों बहनों के पास मोबाइल नहीं था. दोनों लैपटॉप से ही पढ़ाई करती थीं.
शोरगुल होने पर सिक्योरिटी गार्ड ने भेजा था फ्लैट में : पैराडाइज मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में ही 2 दिन पहले देर रात को कुछ लोगों ने शोरगुल होने की शिकायत सिक्योरिटी गार्ड से की थी. उस समय देर रात के करीब 2:00 बज रहे थे. सिक्योरिटी गार्ड 9वें माले पर गए थे, जहां पर छात्रा, आरोपी लड़का और उसकी मां मौजूद थी. इस दौरान आरोपी की मां किसी से फोन पर बात कर रही थी और तेज-तेज बोल रही थी. साथ ही आरोपी लड़का और और छात्रा को भी बुरी तरह से फटकार लगा रही थी. इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने ही उन्हें अपने फ्लैट में जाने के लिए कहा था.
आरोपी छात्र के पिता ने बेटे को बताया बेगुनाह : आरोपी लड़के के पिता ओमप्रकाश विश्नोई का कहना है कि इस तरह का कोई मामला नहीं है. उनका बेटा पूरी तरह से बेगुनाह है. उनका बेटा व उनकी पत्नी ने किसी भी तरह से किसी लड़की को नहीं धमकाया है. यह पूरी तरह से निराधार आरोप हमारे ऊपर लगाए गए हैं. हम इस परिवार को जानते भी नहीं हैं