कोटा. रेलवे ने कोटा रेल मंडल में शुक्रवार को दो रिकॉर्ड बनाए हैं. इसमें पहला रिकॉर्ड सामान्य रेलगाड़ी को 180 किमी प्रतिघंटा की स्पीड पर चलाना है. वहीं दूसरा रिकॉर्ड तीन मालगाड़ियों को एक साथ चला लॉग हॉल बनाया गया है.
कोटा रेल मंडल के डीआरएम मनीष तिवारी ने बताया कि कोटा मंडल ने पश्चिम मध्य रेलवे के इतिहास में प्रथम बार तीन माल गाड़ियों को जोड़कर एक लॉग हॉल चलाने का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण कोटा रुठियाई रेल खंड पर किया गया है. इस लॉग हॉल को बनाने के लिए पहले दो माल गाड़ियों को कोटा यार्ड से निकाली गई. इसके बाद गुडला थर्मल पावर प्लांट लाइन से तीसरी मालगाड़ी को कोटा रुठियाई रेलखंड पर लाया गया. जिसे भूलोन स्टेशन पर जोड़ा गया.
इन तीन मालगाड़ियों में 174 डिब्बे जोड़े गए थे. इस लॉग हॉल को चलाने से दो माल गाड़ियों के पाथ की बचत की गई. डीआरएम तिवारी का कहना है कि आपात स्थितियों को गाड़ियों की अत्यधिक जमाव के समय लॉग हॉल का परिचालन गाड़ियों के परिवहन में अत्यधिक उपयोगी साबित होता है. भूलोन स्टेशन से 2:37 पर इसे रवाना किया और 3:55 पर इसे भोपाल रेल मंडल के सुपुर्द किया गया.
180 किमी प्रतिघंटा स्पीड पर चलाई एलएचबी कोच की ट्रेन: पहली बार साधारण ट्रेन को 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया. जिसमें कोटा-नागदा रेल खंड में एलएचबी कोच की पैंटीकार को अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ा कर परीक्षण किया गया. आरडीएसओ ने यह परीक्षण कई बार किया गया. एलएचबी कोच की किसी ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने का कोटा मंडल में यह पहला मामला है. पिछले परीक्षण में 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया था. हालांकि इससे सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत को कई बार अधिकतम 180 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया जा चुका है.