कोटा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 में इस बार परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों का रिकॉर्ड बना है. इस बार सर्वाधिक रजिस्ट्रेशन 2087360 हुए थे. जिनमें से 2038596 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है. वहीं इनमें से 1145976 विद्यार्थियों का काउंसलिंग के लिए चयन हुआ है. इनमें राजस्थान की बात की जाए तो सफलता प्रतिशत और क्वालीफाइंग बच्चों की संख्या के अनुसार राजस्थान देश में तीसरे स्थान पर रहा है. वहीं टॉपर्स के मामले में राजस्थान दूसरे स्थान पर रहा है.
देश के टॉप 50 बच्चों में राजस्थान के 7 बच्चे शामिल हैं. क्वालीफाइंग प्रतिशत की बात की जाए, तो केवल विदेश में परीक्षा देने वाले और यूनियन टेरिटरी चंडीगढ़ के विद्यार्थियों का ज्यादा रहा है. जबकि सभी बड़े राज्यों की बात की जाए, तो उनमें राजस्थान ही सबसे आगे है. इसमें कोटा से कोचिंग करने वाले विद्यार्थियों की भी बड़ी संख्या होती है. इसीलिए राजस्थान टॉप में शामिल होता रहा है.
क्वालीफाइंग प्रतिशत के आधार पर विदेश में परीक्षा देने वाले विद्यार्थीः एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि क्वालीफाई प्रतिशत के अनुसार अगर बात की जाए, तो सर्वाधिक सफलता प्रतिशत विदेशी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की रही है. 5858 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. जिनमें से 4237 का चयन काउंसलिंग के लिए हुआ है. इनका प्रतिशत 72.32 है. जबकि दूसरे स्थान पर 3098 विद्यार्थियों के साथ चंडीगढ़ रहा है. इनमें से 2219 एलिजिबल रहे हैं. इनका प्रतिशत 71.63 है.
इसी तरह से तीसरे स्थान पर राजस्थान के 145824 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. जिनमें से 100316 विद्यार्थी एलिजिबल हुए हैं. यहां का प्रतिशत 68.79 रहा है. चौथे स्थान पर गुजरात रहा है. जहां पर 73180 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. इनमें से 49915 का चयन हुआ है. इनका प्रतिशत 68.21 है. इसी तरह से हरियाणा 44217 विद्यार्थियों के साथ पांचवे स्थान पर रहा है. इनमें से 29794 का चयन हुआ है. यह 67.38 फीसदी रहा है.
क्वालीफाइंग मामले में भी राजस्थान तीसरे नंबर परः विद्यार्थियों के चयन के मामले में देशभर में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर रहा. यहां के 139961 विद्यार्थियों ने क्वालफाई किया. 131008 विद्यार्थियों के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर रहा. दोनों राज्यों में करीब 270000 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. जबकि तीसरे स्थान पर राजस्थान रहा है. यहां पर 145824 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 100316 विद्यार्थी क्वालीफाइ हैं. चौथे स्थान पर तमिलनाडु 78693, पांचवें स्थान पर केरल 75362 और छठे स्थान पर कर्नाटका 75248 है. इन तीनों राज्यों में 130000 से 145000 के बीच विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी.