कोटा. टोंक-सवाई माधोपुर के सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया शुक्रवार को सवाई माधोपुर पहुंचे. यहां कुछ यात्रियों ने उनसे स्टेशन पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने की बात कही. इससे सांसद नाराज हो गए. पहले तो उन्होंने स्टेशन मैनेजर और अन्य लोगों को फटकार लगाई. इसके बाद उन्होंने डीआरएम मनीष तिवारी को भी फोन कर खरी-खोटी सुनाई.
जौनापुरिया ने डीआरएम तिवारी को कहा कि भीषण गर्मी के दिन चल रहे हैं. दोपहर में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाता है, लेकिन कई रेलवे स्टेशन पर नहीं मिल पा रहा है. सवाई माधोपुर एक बड़ा स्टेशन है, फिर भी यहां यात्रियों को ठंडा तो दूर पानी तक नहीं मिल रहा है. स्टेशन के सारे नल बंद पड़े हैं. उन्होंने फोन पर कहा कि उनके कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पर बीते 2 घंटे से पानी पिला रहे हैं, जबकि स्टेशन प्रबंधन को इसकी जानकारी भी नहीं है. उन्हें पता ही नहीं कि स्टेशन पर पानी खत्म हो गया है. ऐसे में इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जब इतने बड़े स्टेशन के हालात ऐसे हैं तो छोटे स्टेशन के हालात और भी बुरे होंगे.
अधिकारी ट्रॉली संचालकों से मिले हुए : सांसद जौनापुरिया ने डीआरएम मनीष तिवारी से कहा कि अगर स्टेशन पर पानी नहीं होगा, तभी स्टेशन के ट्रॉली संचालकों का पानी बिक्री होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि इसीलिए यह पूरा षड्यंत्र लोगों के साथ रचा जाता है. कुछ लोगों का कहना है कि वे घंटों तक स्टेशन पर मौजूद हैं, पहले नलों में गर्म पानी आ रहा था, जो बाद में बंद हो गया. इसके चलते अब पानी की बोतल खरीदने की मजबूरी हो गई है. उन्होंने वेंडरों पर भी आरोप लगा दिया कि मुनाफा कमाने के लिए सस्ती और अनअप्रूव्ड पानी की बोतलों को महंगे दाम पर बेच रहे हैं.
इस पूरे मामले पर टोंक सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया का कहना है कि वह शाम को 7 बजे के करीब पहुंचे थे और ट्रेन आने के समय पर उनके कार्यकर्ता जल सेवा का कार्य करते हैं. जिसमें वे बड़ी टंकियों में पानी भरकर बर्फ से ठंडा करते हैं. इस पानी लोगों को पिलाते हैं. उनकी बोतल को भरा जाता है. इसी दौरान एक यात्री ने उनसे शिकायत की थी कि दोपहर 12 बजे से वह मौजूद है, लेकिन वाटर कूलर का ठंडा पानी नहीं आ रहा है. इसके बाद ही मैंने डीआरएम मनीष तिवारी को फोन कर इस संबंध में शिकायत की.
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पहले भी कर चुके हैं शिकायत : सांसद जौनपुरिया का कहना हैं कि वह रेलवे के जीएम के साथ होने वाली सांसदों की मीटिंग में भी पहले मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई इस बारे में नहीं हुई है. उनका कहना है कि उन्होंने कहा था कि हमारी मीटिंग में लाखों खर्च हो जाते हैं, लेकिन स्टेशन पर यात्री सुविधा में सबसे महत्वपूर्ण पानी ही नहीं मिलता है. सवाई माधोपुर के कार्यकर्ता सवाई माधोपुर स्टेशन पर लंबे समय से जल्द सेवा का काम कर रहे हैं. जिसमें वह भी कुछ अंतराल के बाद जाकर जल सेवा करते हैं. जबकि रेलवे की पानी की टंकियों अधिकांश खाली रहती है. इसका फायदा ट्रॉली वेंडर उठाते हैं और अनअप्रूव्ड पानी को यात्रियों को बेच देते हैं.