कोटा.राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद भी कई विधायक असंतुष्ट नजर आ रहे हैं. विधायक सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और आलाकमान पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद ही सोशल मीडिया पर सांगोद के विधायक भरत सिंह का एक पत्र वायरल हो रहा है. यह पत्र उन्होंने गत 3 अगस्त को 2021 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखा था. इसमें उन्होंने जिक्र किया था कि उन्हें किसी भी तरह के मंत्री पद की लालसा नहीं है. पत्र में विधायक भरत सिंह ने लिखा कि वे मंत्री नहीं बनना चाहते हैं. भविष्य में चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं.
भरत सिंह ने यह भी लिखा है कि सरकार और उनके कार्यकाल के बचे हुए 2 साल में अपनी विधानसभा को ही देना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि आगे भी वे विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. हालांकि इस पत्र का पेज नंबर 2 ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
विधायक भरत सिंह ने लिखे पत्र में बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं के दौरान टीवी चैनलों और समाचार पत्रों में भी मेरा नाम जोर-शोर से उठाया जा रहा है. जिसमें मेरे मंत्रिमंडल में शामिल होने की बात कहीं जाती है, लेकिन मेरा अनुरोध है कि मेरे नाम पर चर्चा नहीं की जाए. यह जानकारी में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी अजय माकन को भी अवगत करा चुका हूं.
विधायक भरत सिंह ने की पत्र लिखने की पुष्टि
भरत सिंह से ईटीवी भारत में जब बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मैंने मीडिया को कोई पत्र नहीं दिया. सोशल मीडिया पर कैसे वायरल हो रहा है, यह मैं नहीं कह सकता हूं. मैंने पत्र मुख्यमंत्री ऑफिस में भेजा था. वहां से ही किसी ने लीक कर दिया कर होगा. यह सच है कि मुझे मंत्री नहीं बनना है. मैंने पूरी व्यवस्था को देख लिया है.
पंचायतीराज और सार्वजनिक निर्माण विभाग में मंत्री रहा था. जिस तरह से गेहूं बीनने में टाइम लगता है, लेकिन उसे गंदा करने में समय नहीं लगता. व्यवस्था बनाने में टाइम लगता है, बिगाड़ने में कोई समय नहीं लगता है. जिस तरह से सीढ़ियां चढ़ने में मेहनत खर्च होती है. लेकिन उतरने में कोई मेहनत नहीं होती है. उसी तरह से मैंने देख लिया की ऊर्जा खर्च करने की जगह लोगों के बीच बैठकर काम किया जाए. मैं दूसरी व्यवस्था में नहीं हूं. राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन से जब में मिला था तब भी मैंने यह बात कही थी. साथ ही भ्रष्ट मंत्री को हटाने की मांग की थी.