रामगंजमंडी (कोटा). उपखण्ड क्षेत्र सुकेत कस्बे की एक नाबालिग के साथ झालावाड़ में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को घटना स्थल पर जाकर निरीक्षण किया. वहीं डिप्टी मनजीत सिंह के साथ पुलिस टीम आरोपियों और पीड़िता को साथ लेकर झालावाड़ गई. जहां पीड़िता ने पुलिस को अपने साथ घटी सारी वारदात का ब्यौरा भी दिया है.
सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, दो बाल अपचारियों को निरुद्ध किया है. इस मामले में नाबालिग को सुकेत से बैग दिलाने के बहाने झालावाड़ ले जाने वाली महिला आरोपी को जेल भेज दिया गया है, जबकि शेष आरोपी अभी रिमांड पर चल रहे हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
वहीं पीड़िता के भाई ने बताया कि बहन के लापता होने के बाद हम दो बार केस दर्ज करवाने सुकेत थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने भगा दिया. जब हमारी बहन वापस लौटी तो सामूहिक ज्यादती की बात सामने आई. इसके बाद हम थाने में केस दर्ज करवाने पहुंचे थे. इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी उन्होंने केस दर्ज नहीं किया. इसके बाद हम रामगंजमंडी डिप्टी कार्यालय डिप्टी साहब के पास पहुंचे. डिप्टी के निर्देशों के बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की गई.
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पीड़िता के भाई ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. पीड़िता के भाई ने कहा कि पुलिस ने चार दिन तक पीड़िता को थाने में रखा. इसके बाद उसे मेरी बड़ी बहन के घर भेज दिया था. गुरुवार को फिर उसको बुलाया गया और रामगंजमंडी डिप्टी मनजीत सिंह मय पुलिस जाप्ता नाबालिग को घटना स्थल के बारे में जानकारियां हासिल की.
बालिका के साथ हुई घटना से कस्बे के पुलिस प्रशासन पर ग्रामीण बहुत नाराज नजर आए. वहीं इस मामले में 10 मार्च को क्षेत्रीय विधायक मदन दिलावर ने भी थाने के बाहर प्रदर्शन के दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग रखी. साथ ही आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात भी कही.