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शहीद कालू लाल की अंतिम यात्रा में उमड़ा हुजूम, नम आंखों से दी विदाई - राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन

बूंदी के हिंडोली के शहीद सपूत कालू लाल की उनके पैतृक गांव हनुमानपुरा में अंत्येष्टि में लोगों का हुजूम उमड़ा. शव को राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया.

Martyr Kalu lal last rites in Bundi, Cremated With State Honours in his paternal village
शहीद कालू लाल की अंतिम यात्रा में उमड़ा हुजूम, नम आंखों से दी विदाई
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Published : Jul 25, 2023, 5:07 PM IST

बूंदी. जिले के हिंडोली इलाके के शहीद कालू लाल की अंत्येष्टि मंगलवार को उनके पैतृक गांव हनुमानपुरा में हुई. जहां पर लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी. इस दौरान सैनिक कालू लाल के परिवार के साथ बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे. शव को राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया. जिसके बाद शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया.

क्षेत्रीय विधायक व खेल मंत्री अशोक चांदना, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी व जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी भी मौजूद थे. इसके पहले शहीद का शव पश्चिम बंगाल के पानागढ़ आर्मी कैंप से जयपुर हवाई मार्ग से लाया गया. जहां से सड़क मार्ग से हिंडोली शव आज सुबह पहुंचा. वीर सपूत शहीद कालूलाल नागर का पार्थिव देह हिण्डोली पहुंचा. जहां पर शहीद स्मारक पर कुछ देर पार्थिव देह को रोका गया. जहां पर लोगों ने श्रद्धांजलि दी और पुष्प अर्पित किए. बाद में शहीद कालूलाल नागर के गांव कुम्हरला हनुमानपुरा के लिए पार्थिव देह ले जाई गई.

पढ़ें: शहीद की मूर्ति तैयार लेकिन प्रतिस्थापित करने को जगह नहीं, सम्मान समारोह में वीरांगना ने बताई पीड़ा

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के पानागढ़ आर्मी कैंप में कालू लाल सैन्य चालक के रूप में तैनात थे. जहां पर शनिवार शाम करीब 5 बजे के आसपास ट्रक के टायर में हवा भरते समय दुर्घटना हो गई और टायर फटने से उनकी मौत हो गई थी. कालू लाल का विवाह 5 जून को बूंदी के करवर निवासी टीना के साथ हुआ था. जीवन भर साथ रहने की प्रतिज्ञा ली थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. ग्रामीणों का कहना है कि कालू लाल बचपन से ही सेना में जाना चाहता था. उसने चार बार सेना में जाने की तैयारी की और आखिर में सफलता पाई थी. वह कहता था, सेना में जाकर देश की रक्षा ही भगवान की सेवा है.

बूंदी. जिले के हिंडोली इलाके के शहीद कालू लाल की अंत्येष्टि मंगलवार को उनके पैतृक गांव हनुमानपुरा में हुई. जहां पर लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी. इस दौरान सैनिक कालू लाल के परिवार के साथ बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे. शव को राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया. जिसके बाद शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया.

क्षेत्रीय विधायक व खेल मंत्री अशोक चांदना, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी व जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी भी मौजूद थे. इसके पहले शहीद का शव पश्चिम बंगाल के पानागढ़ आर्मी कैंप से जयपुर हवाई मार्ग से लाया गया. जहां से सड़क मार्ग से हिंडोली शव आज सुबह पहुंचा. वीर सपूत शहीद कालूलाल नागर का पार्थिव देह हिण्डोली पहुंचा. जहां पर शहीद स्मारक पर कुछ देर पार्थिव देह को रोका गया. जहां पर लोगों ने श्रद्धांजलि दी और पुष्प अर्पित किए. बाद में शहीद कालूलाल नागर के गांव कुम्हरला हनुमानपुरा के लिए पार्थिव देह ले जाई गई.

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आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के पानागढ़ आर्मी कैंप में कालू लाल सैन्य चालक के रूप में तैनात थे. जहां पर शनिवार शाम करीब 5 बजे के आसपास ट्रक के टायर में हवा भरते समय दुर्घटना हो गई और टायर फटने से उनकी मौत हो गई थी. कालू लाल का विवाह 5 जून को बूंदी के करवर निवासी टीना के साथ हुआ था. जीवन भर साथ रहने की प्रतिज्ञा ली थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था. ग्रामीणों का कहना है कि कालू लाल बचपन से ही सेना में जाना चाहता था. उसने चार बार सेना में जाने की तैयारी की और आखिर में सफलता पाई थी. वह कहता था, सेना में जाकर देश की रक्षा ही भगवान की सेवा है.

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