कोटा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कोटा के दौरे पर हैं. वह बुधवार को कोटा दक्षिण विधानसभा में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राजस्थान सरकार और नगर विकास न्यास पर निशाना साधा. ओम बिरला ने बिना नाम लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, शहर का नियोजित विकास नहीं किया जा रहा है. कुछ इलाकों में राजनीतिक रूप से पक्षपात किया जा रहा है.
ओम बिरला ने कहा कि कुछ इलाकों में हजारों करोड़ के काम करवा दिए गए हैं. जबकि आम जनता सीवरेज, पानी, बिजली और रोड जैसी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है. स्पीकर बिरला ने कहा कि भारत सरकार 100 शहरों को स्मार्ट बनाने के लिए योजना अमल में लाई थी. इनमें कोटा का चयन भी किया गया था. शहर के मूलभूत आवश्यकताएं के अभाव को दूर करना था. जिनमें पीने का पानी, सीवरेज, शहर से बाहर निकलने वाली सड़कें और बिजली के साथ रोजगार सृजन के साधन भी उपलब्ध कराने थे. इसके लिए चंबल के किनारे पीने का पानी नहीं मिलता है. उसके लिए 150 करोड़ की योजना बनाई गई थी. इस योजना को सरकार ने आते ही बदल दिया. बिरला ने कहा, मैं 2003 से कोटा से जनप्रतिनिधि हूं. स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट बना तब कहा गया था कि लोगों को मूलभूत आवश्यकता पेयजल की है. इस डीपीआर को बदल दिया गया है.
सीवरेज डालने में करप्शन हुआ : लोकसभा स्पीकर ने कहा कि शहर के अंदर सीवरेज की समस्या है. इसके समाधान के लिए योजना आई थी, लेकिन जहां समस्या नहीं है. वहां समाधान का पैसा लगा दिया गया. इन लाइनें को डालने में करप्शन हुआ है. इस कारण करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद सीवरेज का लाभ नहीं मिल रहा है. इसकी चिंता किसी ने भी नहीं की. उन्होंने कहा कि इसके बाद फिर प्लान बन गया, लेकिन प्लान बनाते हुए किसी ने भी चिंता नहीं कि पहले की सीवरेज लाइनें क्यों नहीं चली?. इसकी जांच नहीं की गई. साथ ही ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई.
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हाउसिंग बोर्ड का कोई विजन नहीं : ओम बिरला ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड के इलाके को बरसों पहले बनाया था, लेकिन बनाने के दौरान कोई विजन नहीं था. इन इलाकों में बरसात का पानी निकल जाए, इसकी कोई व्यवस्था नहीं है. सड़कें ऐसी हैं, जिसमें एक गाड़ी आ जाए तो दूसरी नहीं निकल पाती है. उन्होंने कहा कि अगले 50 से 100 साल में क्या आबादी होगी? उस विजन के अनुसार सड़क, सीवरेज, पानी, बिजली, पार्क और अन्य सुविधाएं होनी चाहिए. डेवलपमेंट करने का एक विजन होता है.
परिवर्तन का इंतजार करो, नियोजित विकास होगा : लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इशारों-इशारों में कहा कि चुनाव जल्द है और उसमें परिवर्तन भी होगा. बिरला ने सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि परिवर्तन का इंतजार करो, समय परिवर्तनशील है. इस शहर का नियोजित विकास होगा. अगली बार आपको यह नहीं कहना पड़ेगा कि यह काम बकाया है. उन्होंने कहा कि नगर विकास न्यास कॉलोनी बना देता है. लोगों ने 3 से 4 मंजिल मकान बना लिए हैं, लेकिन लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. अब तीन मंजिल पर महिलाएं पानी कैसे लेकर जाएंगी?. लोकसभा स्पीकर ने कहा कि हमारा लक्ष्य होगा कि जहां पर लोग रहते हैं. उनकी मूलभूत सुविधाओं को पूरा किया जाए. हालात अभी ऐसे हैं कि जहां पर लोग नहीं रहते हैं, वहां 200 फीट की सड़क बनाई जा रही है.
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विधायक जनता को साथ लेकर खड़ा करें आंदोलन : बिरला ने विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि विधायक की जिम्मेदारी है कि उसके इलाके में सारी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त हों और नियोजित विकास हो. अगर ऐसा नहीं होता है, तो वह विधानसभा में जोर-शोर से अपना मुद्दा उठाएं. क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करवाएं. इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, तो आम जनता के साथ संघर्ष करना चाहिए. बुनियादी सवाल आम जनता के हैं, उन्हें लेकर एक जन आंदोलन खड़ा कर देना चाहिए ताकि उनकी समस्या का समाधान हो. बता दें कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कोटा में विधायक संदीप शर्मा की तरफ से कोष से कोटा दक्षिण विधानसभा में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने पहुंचे थे. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में विधायक संदीप शर्मा और कोटा दक्षिण नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी सहित कई लोगों ने संबोधित किया.